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कोरोना वायरस के नए लक्षण : कोरोना की दूसरी लहर में मरीजों में दिख रहे हैं ये 8 अजीब लक्षण, समझें और बचाव करें

By उस्मान | Updated: April 7, 2021 12:42 IST

कोरोना वायरस के नए रूप कितने खतरनाक ?

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ठळक मुद्देकोरोना के नए रूपों की वजह से बढ़े लक्षणपेट की समस्याओं को न करें नजरअंदाज अब सिर्फ खांसी या बुखार नहीं कोरोना के लक्षण

कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। भारत में दूसरी लहर में अब रोजाना के नए मामलों की संख्या एक लाख के ऊपर पहुंच गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि दूसरी लहर पहले वाले की तुलना में बहुत खराब हो सकती है। सबसे बड़ी चिंता का विषय लक्षणों में बदलाव है। डॉक्टर भी संक्रमण के लक्षणों को बदलने के तरीके में बदलाव की रिपोर्ट कर रहे हैं। 

कोरोना के नए लक्षण

ब्राजील, साउथ अफ्रीका और ब्रिटेन में पाए गए कोरोना के नए रूपों की वजह से अधिक लक्षण पैदा हो गए हैं। शोध के अनुसार, पॉजिटिव पाए जा रहे अधिकतर लोगों में कोरोना के क्लासिक लक्षणों के विपरीत विभिन्न वायरल लक्षण मिल रहे हैं। 

टीओआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, गुजरात के डॉक्टरों के अनुसार, बताया जा रहा है कि पॉजिटिव पाए जा रहे मरीजों में अब बुखार और खांसी जैसे कोरोना के सामान्य संकेत कम दिख रहे हैं। 

बताया जा रहा है कि अब मरीजों में वायरस के असामान्य लक्षण मिल रहे हैं। इनमें पेट में दर्द, मतली, उल्टी और यहां तक ​​कि ठंड लगना शामिल है। इतना ही नहीं, कुछ रोगियों में तेजी से दिखाई देने वाले अन्य लक्षणों में जोड़ों का दर्द, मायगेलिया, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल जटिलताओं, कमजोरी और भूख में कमी शामिल हैं।

पेट की समस्याओं को न करें नजरअंदाज मरीजों में जठरांत्र संबंधी कई शिकायतें भी आ रही हैं। डॉक्टरों को अब संदेह है कि वायरस पाचन तंत्र में मौजूद ACE2 प्रवेश रिसेप्टर्स के उच्च भार के साथ खुद को संलग्न करता है और लक्षणों को बढ़ा देता है जिसमें दस्त, पेट में ऐंठन, मतली, दर्द और उल्टी शामिल है।

स्वस्थ लोगों के लिए भी खतरनाक है वायरसकहा जाता है कि यह वायरस बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरक्षा वाले लोगों को जल्दी चपेट में लेता है लेकिन अब कोरोना के समीकरण बदल गए हैं। अब बहुत से युवा भी जटिलताओं से पीड़ित हैं और अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं।

ऐसे लोगों में बुखार और निमोनिया जैसी जटिलताओं का शिकार हो रहे हैं। बच्चे भी इसके बुरे प्रभाव से पीड़ित हैं। बच्चों में मल्टी सिस्टेमेटिक इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम जैसी समस्याएं  देखी जा रही हैं, जोकि चिंता का विषय है।

कोरोना से बचने के उपाय

बेशक कोरोना के खिलाफ टीकाकरण शुरू हो गया है लेकिन इससे सिर्फ लक्षणों से राहत मिल सकती है वायरस से नहीं। टीका लगवाने लोग भी कोरोना का शिकार हो रहे हैं। इसलिए वायरस से बचने के लिए आपको अच्छी तरह से फिट मास्क पहनना जारी रखना और सभी सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों का पालन करना चाहिए। 

कोरोना मामलों में नया उछाल बहुत चिंता का विषय है और यह वायरस के प्रसार को रोकना अब लोगों के हाथ में है। अपने हाथों को नियमित रूप से धोएं और बार-बार छुई गई सतहों को साफ करें। सामजिक दूरी का ध्यान रखें। 

तीन दिन में दूसरी बार देश में कोविड-19 के एक लाख से ज्यादा मामले आए

देश में महामारी की शुरुआत होने के बाद से कोरोना वायरस संक्रमण के अब तक के सबसे ज्यादा मामले आए हैं। पिछले 24 घंटे में 1.15 लाख से ज्यादा नए मामलों के साथ संक्रमितों की कुल संख्या 1,28,01,785 हो गयी है। 

स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि तीन दिन में दूसरी बार एक दिन में कोराना वायरस संक्रमण के एक लाख से ज्यादा मामले आए हैं। मंत्रालय द्वारा सुबह आठ बजे अद्यतन किए गए आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 1,15,736 मामले आए तथा 630 और मरीजों की मौत हो जाने से मृतकों की संख्या 1,66,177 हो गयी। देश में लगातार 28 वें दिन संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी होने से उपचाराधीन मरीजों की संख्या भी बढ़कर 8,43,473 हो गयी है जो कि संक्रमण के कुल मामलों का 6.59 प्रतिशत है। वहीं, स्वस्थ होने की दर भी 92.11 प्रतिशत हो गयी है। 

देश में 12 फरवरी को उपचाराधीन मरीजों की संख्या 1,35,926 थी जो कि संक्रमण के कुल मामलों का 1.25 प्रतिशत थी। आंकड़ों के मुताबिक संक्रमण से अब तक 1,17,92,135 लोग ठीक हो चुके हैं जबकि मृत्यु दर 1.30 प्रतिशत हो गयी है। 

आईसीएमआर) के अनुसार, देश में छह अप्रैल तक 25,14,39,598 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई। इनमें से 12,08,339 नमूनों की जांच मंगलवार को की गई थी।

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

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