एक तरफ दुनियाभर के वैज्ञानिक कोरोना वायरस का इलाज खोजने में जुटे हैं वहीं दूसरी ओर कुछ अस्पतालों कोविड-19 के इलाज के नाम पर लूट मचा रखी है। हैदराबाद में एक प्राइवेट अस्पताल ने कोरोना वायरस इलाज के नाम पर एक मरीज को करीब साढ़े तीन लाख रुपये का बिल थमाया है। मरीज ने अस्पताल के खिलाफ जन स्वास्थ्य विभाग में शिकायत दर्ज कराई है। मरीज ने आरोप लगया है कि कोरोना के इलाज के नाम पर उसके साथ ठगी हुई है।
12 दिन में 3,32,682 रुपये का बिलकोविड-19 का उपचार कराने के लिए अस्पताल में 12 दिनों से भर्ती 52 वर्षीय रोगी को 3,32,682 रुपये का बिल थमाया गया है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि बिल की कुल राशि का एक तिहाई शुल्क पीपीई किट के लिए वसूला गया है, जिसकी कीमत बिल में 96,000 रुपये है। मरीज को 13 जुलाई को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और 25 जुलाई तक उसे छुट्टी दे दी गई।
96,000 रुपये की पीपीई किटन्यू इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, फोरम अगेंस्ट करप्शन के विजय गोपाल के अनुसार, मरीज ने इलाज की अवधि के दौरान 64 पीपीई किट का इस्तेमाल किया, प्रत्येक किट की कीमत 1,500 थी। इस तरह पीपीई किट की लागत 96,000 रुपये है। उन्होंने कहा कि यह कीमत ज्यादा नहीं है। कुछ अन्य निजी अस्पताल 8,000 रुपये प्रति किट तक चार्ज कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, शिकायतकर्ता की मांग है कि अस्पतालों को एमआरपी दरों पर पीपीई किट और अन्य सामग्रियों का शुल्क देना चाहिए। थोक में 75-100 पीपीई किट 2,500 रुपये में आती हैं। उन्होंने कहा कि पीपीई किट का अधिक शुल्क लिया जा रहा है। सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसे अत्यधिक शुल्क लेने वाले अस्पतालों पर जुर्माना लगे।
भारत में कोरोना संक्रमण के कुल मामले अब 24 लाख के पार
भारत में कोरोना संक्रमण के कुल मामले अब 24 लाख के पार हो गए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार सुबह जारी अपडेट के अनुसार पिछले 24 घंटे में ही देश में 64,553 नए मामले सामने आए हैं। साथ ही इसी अवधि में 1007 लोगों की मौत भी कोरोना से हुई है। इसी के साथ भारत में कोरोना की चपेट में अब तक 24,61,191 लोग आ चुक हैं। वहीं, मृतकों का आंकड़ा भी 48 हजार के पार पहुंच गया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार भारत में अभी 6,61,595 एक्टिव मरीज हैं। वहीं, 17,51,556 लोग ठीक हो चुके हैं। वहीं, इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने बताया है कि देश में 13 अगस्त तक 2,76,94,416 सैंपल की जांच हुई है। इसमें केवल 13 अगस्त को ही 8 लाख से अधिक 8,48,728 टेस्ट हुए।
इस बीच स्वास्थय मंत्री ने भरोसा जताया है कि कोरोना की स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है। उन्होंने कहा, 'एक भी ऐसा दिन नहीं हुआ जब रिकवरी रेट पिछले दिन के मुकाबले बेहतर नहीं रहा और मृत्यु दर पिछले दिन से कम नहीं हुई। कोविड के खिलाफ लोगों ने और कोविड वॉरियर्स ने मजबूती से लड़ाई लड़ी और हम जल्द ही जीत हासिल कर लेंगे।'