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कोरोना वायरस महामारी घोषित, दुनिया में फैल चुकी हैं ये 6 महामारी, तीसरी बीमारी से मरे थे करोड़ों लोग

By उस्मान | Updated: March 12, 2020 14:28 IST

Coronavirus a pandemic: जानिये दूसरी महामारियों से कितना खतरनाक है कोरोना वायरस

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कोरोना वायरस को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने महामारी घोषित कर दिया है। चीन से निकले इस वायरस से दुनियाभर में अब तक 4,634 लोगों की मौत हो गई है और 126,380 अभी भी संक्रमित हैं। इनमें सबसे ज्यादा 3,169 मौत चीन में, उसके बाद इटली 827, ईरान 354, साउथ कोरिया 66 मौत हुई हैं। भारत में यह वायरस तेजी से फैल रहा है। देश में अब तक 62 मामले सामने आ चुके हैं। 

कोरोना वायरस से पहले भी दुनियाभर में कई ऐसी खतरनाक बीमारियां फैल चुकी हैं जिनसे बहुत सी जान गई। हैजा, प्लेग, चेचक और इन्फ्लूएंजा जैसे बीमारियों ने करोड़ों लोगों को मौत के घाट उतारा है। 

हाल ही में इबोला वायरस का प्रकोप मंडराया था जिसने हजारों लोगों की जान ली। हालांकि यह अभी तक वेस्ट अफ्रीका तक ही सीमित है। यह किसी दिन महामारी हो सकती है, लेकिन इसे अभी महामारी नहीं माना जाता है। 

एचआईवी/एड्सएचआईवी / एड्स को पहली बार 1976 में कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में पहचाना गया। यह बीमारी 2005-2012 के दौरान अपने चरम पर थी। बताया जाता है कि इससे करीब 36 मिलियन लोगों की मौत हुई। वर्तमान में 31 से 35 मिलियन लोग एचआईवी से पीड़ित हैं।

फ्लू (1968) यह महामारी 1968 में सामने आई। ऐसा माना जाता है कि इससे लगभग 1 मिलियन लोगों की मौत हुई। इसके दो वायरस होते हैं H3N2 और H2N2। इसका पहला मामला 13 जुलाई, 1968 को हांगकांग में पहली बार सामने आया था और सिर्फ तीन महीने के भीतर फिलीपींस, भारत, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप और संयुक्त राज्य अमेरिका में फैल गए थे। 

प्लेग (1346-1353)इससे करीब 75 - 200 मिलियन लोगों की मौत हुई. 346 से 1353 तक प्लेग के प्रकोप से यूरोप, अफ्रीका और एशिया में फैला। प्लेग ने ज्यादातर चूहों पर रहने वाले पिस्सू के माध्यम से फैला था. उस समय प्रमुख शहरी केंद्र होने वाले बंदरगाह, चूहों और पिस्सू के लिए एकदम सही प्रजनन स्थल थे, और इस तरह कपटी जीवाणु पनपते थे, जिसके चलते तीन महाद्वीप नष्ट हो गए।

एशियाई फ्लू इससे करीब 2 मिलियन लोगों की जान गई। एशियन फ्लू H2N2 उपप्रकार के इन्फ्लुएंजा ए का महामारी का प्रकोप था, जो 1956 में चीन में उत्पन्न हुआ और 1958 तक चला। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार इससे लगभग 2 मिलियन मौत हुई और अकेले अमेरिका में 69,800 लोगों की जान गई। 

फ्लू (1918)इससे करीब 20 -50 मिलियन लोगों की मौत हुई। यह 1918 और 1920 अपने चरम पर था। 1918 की महामारी में संक्रमित 500 मिलियन लोगों में, मृत्यु दर का अनुमान 10% से 20% था, जिसमें अकेले पहले 25 हफ्तों में 25 मिलियन लोगों की मृत्यु हुई थी।

हैजा (1910-1911)इससे करीब 8 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हुई। इस महामारी की उत्पत्ति भारत में हुई। देश में अभी भी इस बीमारी का प्रकोप है। यह महामारी भारत से निकलकर अमेरिका सहित कई देशों तक फैली। 

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