प्रत्येक सप्ताह कम से कम ढाई घंटे तक व्यायाम करने से उन लोगों में यददाश्त की समस्या आने को लंबे समय तक रोका जा सकता है जिनके डीएनए में स्थायी रूप से गड़बड़ियां होने से अल्जाइमर बीमारी का खतरा रहता है। एक अध्ययन से यह जानकारी मिली है। जर्मनी के यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल ऑफ टूबीनगेन के अनुसंधानकर्ताओं ने बताया कि ऑटोसोमल डॉमिनेन्ट अल्जाइमर डिजीज (एडीएडी) एक दुर्लभ आनुवंशिक बीमारी है। जिसमें कम उम्र में ही याददाश्त की समस्या पैदा हो जाती है।
यह अध्ययन 'अल्जाइमर एंड डिमेंशिया' जर्नल में प्रकाशित हुआ है। इस अध्ययन में याददाश्त और शारीरिक गतिविधियों में महत्वपूर्ण सबंध दिखाया गया है। यह संबंध एडीएडी वाले लोगों में भी दिखता है।
अल्जाइमर रोग का कारणअल्जाइमर रोग होने का सटीक कारण ज्ञात नहीं है, फिर भी निदान के अनुसार, यह पाया जाता है कि मस्तिष्क समय के साथ सिकुड़ने लगता है। सबसे पहले इसका असर हमारे मस्तिष्क पर पड़ता है जो याददाश्त को कम करने का कारण बनता है। वैज्ञानिक अन्वेषण के अनुसार, लक्षण दिखाई देने से पहले जीवनशैली में परिवर्तन होने लगता है। मस्तिष्क की कोशिकाओं के चारों ओर एमीलोइड प्लेक नामक एक प्रोटीन दिखने लगता है। मस्तिष्क कोशिकाओं के भीतर टाऊ नामक एक दूसरे प्रोटीन के इकट्ठा होने से गांठे बनने लगती हैं। अल्जाइमर रोग से ग्रस्त लोगों के मस्तिष्क में एक न्यूरोट्रांसमीटर एसिटाइलॉक्लिन का स्तर कम हो जाता है।
अल्जाइमर रोग की पहचान कैसे करें?अल्जाइमर रोग का केवल लक्षणों से पहचान नहीं की जा सकती है। अल्जाइमर रोग के लक्षणों में हैं-
नई चीजों को समझने की क्षमता में कमीभटकाव बात को दोहराना और एक ही बात बार-बार पूछनाव्यवहार और समझ में परिवर्तनसंवेदनाओं की कमीचेहरों और वस्तुओं को पहचानने में असमर्थतापढ़ने में कठिनाई चीजों को इधर-उधर रखनागलत निर्णय और निर्णय लेने में कठिनाईचिंता और भटकावअनिद्रा, भ्रम और भयावहताबोलने में कठिनाई
इनपुट- भाषा