कार्डियक अरेस्ट एक गंभीर स्थिति होती है जिसमें दिल अचानक से धड़कना बंद हो सकता है। कार्डियक अरेस्ट में दिल की धड़कन अनियमित हो जाती है। ऐसी स्थिति को कार्डियक एरिथमिया कहते हैं। दुनिया भर में हर साल प्रति हजार व्यक्तियों में एक की मौत इस बीमारी से हो जाती है।
कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक के बीच अंतर है। आपको बता दें कि कार्डिएक अरेस्ट हार्ट अटैक से ज्यादा खतरनाक होता है। यह एक ऐसी गंभीर समस्या है, जिसका सही समय पर इलाज नहीं कराने से असामयिक मौत हो सकती है।
हार्ट अटैक में धमनियों के ब्लॉक होने से दिल को पर्याप्त मात्रा में खून नहीं मिल पाता है। जबकि कार्डियक अरेस्ट में इलेक्ट्रिक इनबैलेंस की वजह से दिल धड़कना बंद कर देता है।
दिल का सही तरह से काम ना करना अनियमित दिल की धड़कन का कारण बन सकता है, जिसमें व्यक्ति भावशून्य हो जाता है। इसमें व्यक्ति सांस नहीं ले पाता है और हांफने लगता है। इस स्थिति में आप इमरजेंसी कॉल कर सकते हैं या सीपीआर (कार्डियो पल्मोनरी रिससाइटेशन) यानि मुंह से सांस देना या छाती को थपथपाना शुरू कर सकते हैं।
कार्डियक अरेस्ट के लक्षण
आमतौर पर कार्डियक अरेस्ट के चेतावनी या लक्षण नहीं होते हैं। हालांकि इसके तीन मुख्य संकेत होते हैं, जिनके पहचानकर आप व्यक्ति की मदद कर सकते हैं।
1) व्यक्ति अचानक होश खो बैठता है। यही कारण है कि पीड़ित व्यक्ति अचानक गिर पड़ता है। इसके कंधों को थपथपाने पर भी मरीज कोई प्रतिक्रिया नहीं देता है।
2) व्यक्ति नॉर्मल तरीके से सांस नहीं ले पाता है और दिल अचानक तेजी से धड़कना शुरू कर देता है।
3) पल्स और ब्लड प्रेशर थम जाते हैं और शरीर व दिमाग के अन्य हिस्सों में खून की आपूर्ति नहीं हो पाती है।
कार्डियक अरेस्ट से पीड़ित की ऐसे करें मदद
ऐसी स्थिति में तुरंत आपातकालीन नंबर पर फोन करें या फिर सीपीआर शुरू करें। अगर सीपीआर को सही तरीके से किया जाए, तो मरीज की जान बचाई जा सकती है। इस तकनीक से मेडिकल हेल्प नहीं मिलने तक बॉडी में ब्लड और ऑक्सीजन संचारित होता रहता है।
इसके अलावा अगर आपके पास एम्ब्यूलेटरी एक्सटर्नल डीफाइब्रलेटर डिवाइस है, तो आपके पास रोगी की जान बचाने का सबसे अच्छा मौका है।
जानिए कैसे करें सीपीआर
- मान लें कि आपने पहले ही आपातकालीन चिकित्सा सहायता को कॉल कर लिया है, तो छाती पर 30 बार दबाव डालें। अपने दोनों हाथों को (एक साथ बंधे हुए) व्यक्ति की छाती पर, उसकी छाती के बीच में रखें।
- छाती के केंद्र में जोर से और तेज धक्का दें, जिससे छाती लगभग एक इंच अंदर की ओर आ जाए।
- एक मिनट में 100 बार की दर से दबाएं। याद रखें कि कंप्रेशन के बीच छाती को पूरी तरह से ऊपर उठने दें।
- सीपीआर का प्रदर्शन तब तक जारी रखें जब तक कि चिकित्सा सहायता न आ जाए।
कार्डियक अरेस्ट से बचने के उपाय
यदि आप कार्डियक अरेस्ट होने की किसी भी संभावना से बचना चाहते हैं, तो यह महत्वपूर्ण है कि आप फिट और स्वस्थ रहें। ऐसा आहार लें जो पौष्टिक, कम तैलीय, कम कोलेस्ट्रॉल और कार्बोहाइड्रेट वाला हो। मीठे खाद्य पदार्थों और पेय से बचें जो अस्वास्थ्यकर वजन बढ़ा सकते हैं और हृदय रोगों के जोखिम को बढ़ा सकते हैं।
शारीरिक गतिविधि का अत्यधिक महत्व है। यह आपके शरीर को फिट रखता है और लंबे समय तक किसी भी शारीरिक बीमारी से बचाता है। अपनी जीवनशैली की आदतों में बदलाव करें, खासकर यदि आप धूम्रपान करने वाले और शराब पीने वाले हैं। शराब का सेवन और सिगरेट पीने से हृदय संबंधी जटिलताएं बढ़ सकती हैं।
इसके अतिरिक्त, आपको अपने डॉक्टर के संपर्क में रहना चाहिए और अपने हृदय स्वास्थ्य के बारे में सब कुछ जानने के लिए नियमित परीक्षण करवाना चाहिए।