नई दिल्ली: भारत समेत पूरी दुनिया कोरोनो वायरस के ओमीक्रोन वेरिएंट से सकते में है। इसके पूर्व के वेरिएंट से तीन गुणा अधितक संक्रामक होने की क्षमता सबसे बड़ी चिंता का विषय है। यही वजह भी है कि एक बार फिर भारत समेत समूचे विश्व में कोरोना के मामले फिर बढ़ने लगे हैं।
ऐसे में इस समस्या से निपटने के लिए अधिक से अधिक शोधकर्ता कोरोना के इस नए वेरिएंट ओमीक्रोन को लेकर रिसर्च भी कर रहे हैं। कोशिश है कि ओमीक्रोन के प्रभावों को बेहतर ढंग से समझा जा सके और इससे निपटने का तरीका खोजा जा सके।
इन सबके बीच ओमीक्रोन से सबसे बुरी तरह प्रभावित देशों में से एक, यूनाइटेड किंगडम में एक शोधकर्ता ने इस वेरिएंट से संक्रमण को लेकर दो नए लक्षणों की पहचान की है। हैरान करने वाली बात यह है कि पहचान किए गए ये दो नए लक्षण आमतौर पर कोरोना वायरस से जोड़ कर नहीं देखे जाते थे।
ओमीक्रोन के दो नए लक्षणों की हुई पहचान
किंग्स कॉलेज लंदन में जेनेटिक एपिडेमियोलॉजी के प्रोफेसर टिम स्पेक्टर के अनुसार ओमीक्रोन से संक्रमण के बाद मरीज में अब उबकाई और भूख न लगना जैसे दो नए लक्षण भी नजर आ सकते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लक्षण उन कुछ लोगों में मिले हैं जिन्होंने कोविड टीके के पूरे डोज और यहां तक कि बूस्टर डोज भी ले चुके हैं।
एक्सप्रेस डॉट सीओ डॉट यूके वेबसाइट के अनुसार टिम स्पेक्टर ने कहा कि कुछ में उबकाई आना, हल्का बुखार, सोर थ्रोट और सिरदर्द जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं। अमेरिका के सेंटर फॉर डिजिज कंट्रोल (सीडीसी) के अनुसार ओमीक्रोन जुड़े कुछ सामान्य लक्षण खांसी, थकान, नाक बहना आदि शामिल हैं।
पिछले हफ्ते, सिंगल सेल डायग्नोस्टिक कंपनी IncellDx के लिए काम करने वाले डॉ ब्रूस पैटरसन ने दावा किया था कि उन्होंने पिछले वेरिएंट की तुलना में ओमीक्रोन में स्वाद और सूंघने की शक्ति का जाना जैसे लक्षण नहीं देखे हैं। डॉ पैटरसन ने कहा कि ओमीक्रोन असल में पैरैनफ्लुएंजा वायरस जैसा लगता है।