सेक्स क्षमता में सुधार कर कामेच्छा बढ़ाता है विटामिन डी, किसी भी कीमत पर खायें ये 6 चीजें
By उस्मान | Published: November 1, 2018 04:31 PM2018-11-01T16:31:44+5:302018-11-01T16:31:44+5:30
एक अध्ययन के अनुसार, विटामिन डी की कमी से भी कामेच्छा में कमी आने लगती हैं। विटामिन डी की कमी से महिलाओं में हार्मोनल संतुलन और पुरूषों में शुक्रणुओं में कमी आने लगती हैं, जिससे सेक्स इच्छा कम होने लगती हैं।
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए कैल्शियम और प्रोटीन की तरह विटामिन डी की भी सख्त जरूरत होती है। यह हड्डियों की मजबूती के लिए जरूरी होता है। शरीर में इसकी कमी से ऑस्टियोपोरोसिस और रिकेट्स जैसे रोग हो सकते हैं। आमतौर पर ऐसा माना जाता है कि विटामिन डी सिर्फ हड्डियों के लिए ही जरूरी है, पर ऐसा नहीं है। हड्डियों की मजबूती के साथ ही इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने के लिए भी विटामिन डी की जरूरत होती है। भारत में धूप की कोई कमी नहीं होती, फिर भी लगभग 65 से 70 फीसदी भारतीयों में विटामिन डी की कमी है। एक ताजा अध्ययन बताता है कि इस विटामिन की कमी से डिमेंशिया का खतरा बढ़ता है। कई शोध की मानें तो मोटापे के साथ-साथ विटामिन डी की कमी भी डायबिटीज के लिए जिम्मेदार प्रमुख कारकों में से एक है, अगर आप मोटे हैं और आपके शरीर में विटामिन डी की कमी है।
विटामिन डी की कमी से हो सकती है कामेच्छा में कमी
आपको जानकार हैरानी होगी कि विटामिन डी की कमी से भी कामेच्छा में कमी आने लगती हैं। विटामिन डी की कमी से महिलाओं में हार्मोनल संतुलन और पुरूषों में शुक्रणुओं में कमी आने लगती हैं, जिससे सेक्स इच्छा कम होने लगती हैं। इसलिए सेक्स इच्छा बढ़ाने के विटामिन डी का पर्याप्त सेवन बहुत जरूरी है। यूरोपियन जर्नल ऑफ एंडॉक्रीनोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, विटामिन डी की कमी से इन्फर्टिलिटी जैसी गंभीर समस्याएं भी हो सकती है। क्योंकि इरेक्टाइल डिसफंक्शन दिल से संबंधित बीमारी है, इसलिए जो भी चीज़ दिल को सुरक्षा देती है वो इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के खतरे को भी कम करती है।
कामेच्छा बढ़ाने और इरेक्टाइल डिसफंक्शन से बचने के लिए जरूरी है विटामिन डी
इरेक्टाइल डिसफंक्शन से आगे चलकर हाइपरटेंशन और दिल की बीमारियां हो जाती हैं। क्योंकि हाइपरटेंशन दिल को नुकसान पहुंचाता है। विटामिन डी सप्लीमेंट या इसे नैचुरल स्रोत यानी धूप से लेने से दिल स्वस्थ रहता है और इससे इरेक्टाइल डिसफंक्शन को शुरुआत में ही रोक लिया जाता है। जिन मरीजों को इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या होती है उनमें सी-रिएक्टिव प्रोटीन (सीआरपी) जो कि इनफ्लेमेशन बढ़ाता है, भी ज्यादा होता है। इसलिए, इरेक्टाइल डिसफंक्शन को बढ़ने से रोकने के लिए इनफ्लेमेशन को भी रोकना जरूरी है।अध्ययनों के मुताबिक, विटामिन सीआरपी का लेवल कम करने में मदद करता है और इस तरह से इरेक्टाइल डिसफंक्शन भी कंट्रोल में आता है। अगर आपका लाइफस्टाइल, खानपान अच्छा हो और साथ ही आप विटामिन डी नैचुरली या डॉक्टर के बताए सप्लीमेंट से ले रहे हों तो आपका लिबिडो बढ़ता है और इसके साथ ही सेक्स परफॉर्मेंस भी बेहतर होती है।
विटामिन डी के लिए खायें ये चीजें
वैसे तो सूरज की रोशनी विटामिन डी का सबसे अच्छा स्त्रोत है। लेकिन आपको खानपान का भी ध्यान रखना चाहिए। आपको अपनी डाइट में सॉल्मन और टुना फिश शामिल करनी चाहिए। अगर आपको मछली खाना पसंद नहीं है तो आप अंडे भी खा सकते हैं। डेयरी प्रोडक्ट्स जैसे दूध से भी विटामिन डी की कमी पूरी हो जाती है। कॉड लिवर में भी विटामिन डी भरपूर मात्रा होता है। सब्जियों में गाजर विटामिन डी का बेहतर स्रोत है।