पीके बनर्जी के मार्गदर्शन में अपने करियर के सबसे बड़े मैचों में से एक खेला: बाईचुंग भूटिया
By भाषा | Published: March 20, 2020 05:23 PM2020-03-20T17:23:46+5:302020-03-20T17:23:46+5:30
भूटिया ने 1997 फेडरेशन कप सेमीफाइनल मैच में ईस्ट बंगाल के लिए हैट-ट्रिक लगाई थी, जिसके दम पर उनकी टीम ने मोहन बागान पर 4-1 से जीत दर्ज की।
कोलकाता। भारत के पूर्व कप्तान बाईचुंग भूटिया खुद को खुशकिस्मत मानते हैं कि उन्हें पीके बनर्जी के मार्गदर्शन में खेलने का मौका मिला, जिन्होंने उनसे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कराने में अहम भूमिका निभाई।
मोहन बागान के खिलाफ मैच के दौरान भूटिया को उनके कोच अमल दत्ता से नस्लीय छींटाकशी का सामना करना पड़ा था, लेकिन बनर्जी ने सारा दबाव खुद झेला और उसका असर उन पर नहीं पड़ने दिया।
बनर्जी का लंबी बीमारी के बाद कोलकाता में निधन हो गया। भूटिया ने 1997 फेडरेशन कप सेमीफाइनल मैच में ईस्ट बंगाल के लिए हैट-ट्रिक लगाई थी, जिसके दम पर उनकी टीम ने मोहन बागान पर 4-1 से जीत दर्ज की। उस मैच को देखने के लिए रिकॉर्ड सवा लाख दर्शक जुटे थे।’’
भूटिया ने कहा, ‘‘उस मैच को लेकर काफी हाइप थी और अमल दा ने कुछ गैर जरूरी बयान भी दिया था। प्रदीप दा ने अपने खिलाड़ियों पर दबाव नहीं आने दिया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘प्रदीप दा इतने शांतचित्त थे और वह मैच में भी दिखा। यही वजह है कि वह खिलाड़ियों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करवा सके। यह मेरे कैरियर के सबसे बड़े मैचों में से एक था।’’