तालिबान का खौफ, अफगान फुटबॉलर जकी अनवारी की मौत, काबुल हवाईअड्डे पर अमेरिकी प्लेन से गिरा था
By सतीश कुमार सिंह | Updated: August 19, 2021 22:24 IST2021-08-19T22:14:14+5:302021-08-19T22:24:35+5:30
Footballer Fall From Plane: अफगानिस्तान पर कब्जा कर लेने के बाद हजारों लोग देश छोड़ कर जाने की कोशिश करने लगे हैं।

अफगानिस्तान अब तालिबान के कब्जे में है।
Footballer Fall From Plane: काबुल हवाईअड्डे पर मची अफरा-तफरी में सात लोगों की मौत हो गई थी। इनमें से कुछ लोग वहां से उड़ान भर रहे एक अमेरिकी सैन्य परिवहन विमान से गिर गये थे।
इस बीच बड़ी खबर है कि काबुल हवाई अड्डे पर अमेरिकी सैन्य विमान से गिरने के बाद राष्ट्रीय टीम के फुटबॉलर की कथित तौर पर मौत हो गई। युवा फुटबॉल खिलाड़ी जकी अनवारी काबुल अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से उड़ान भरने वाले सी-17 विमान में चढ़ गए थे।
अफगान समाचार एजेंसी एरियाना की रिपोर्ट के अनुसार खेल महानिदेशालय ने सी-17 विमान से गिरने के बाद अनवारी की मौत की पुष्टि की है। माना जा है कि 19 वर्षीय खिलाड़ी की मौत अमेरिकी सैन्य विमान के बाहर पकड़ने की कोशिश के दौरान हुई थी। अनवारी सहित अफगानिस्तान के लोग देश से भागने के लिए काबुल हवाई अड्डे पर आ गए थे।
अनवारी ने अफगानिस्तान की राष्ट्रीय युवा फुटबॉल टीम का प्रतिनिधित्व किया। डेलीमेल ने कहा कि उनके अवशेष कतर में उतरने पर विमान के पहिये में पाए गए थे। तालिबान द्वारा अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद 600 से अधिक डरे हुए नागरिकों की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर सामने आई थी। अफगानिस्तान अब तालिबान के कब्जे में है।
तालिबान बलपूर्वक शासन नहीं कर सकता: अफगान अधिकारी
अफगानिस्तान के प्रमुख नेताओं और अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने चेतावनी दी है कि अगर तालिबान सरकार पिछली गलतियों को दोहराती है तो वह लंबे समय तक नहीं टिकेगी। अफगान संसद के अध्यक्ष मीर रहमान रहमानी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने इस सप्ताह पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान और अन्य सरकारी एवं सैन्य अधिकारियों से मुलाकात के बाद बृहस्पतिवार को इस्लामाबाद में पत्रकारों से बात की। तालिबान के काबुल में घुसने और अफगानिस्तान पर कब्जा करने के एक दिन बाद सोमवार को अफगान का प्रतिनिधिमंडल पाकिस्तानी राजधानी पहुंचा था।
अफगानिस्तान के पूर्व उप राष्ट्रपति मोहम्मद यूनिस कानूनी ने कहा कि अफगानिस्तान में भविष्य की सरकार सभी जातीय समूहों की भागीदारी के साथ समावेशी होनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘हम एक पार्टी या समूह द्वारा एक नियम का विरोध करते हैं।’’ एक प्रमुख राजनीतिज्ञ खालिद नूर ने कहा कि तालिबान अफगानिस्तान में बलपूर्वक शासन नहीं कर सकता है।
उन्होंने कहा कि उन्होंने बलपूर्वक सत्ता संभाली है, लेकिन उन्होंने चेतावनी दी कि अगर वे लोगों के अधिकारों का सम्मान नहीं करते हैं तो उनका शासन अल्पकालिक होगा। अफगान प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्यों में सलाहुद्दीन-रब्बानी, अहमद जिया मसूद और अहमद वली मसूद शामिल हैं।
(इनपुट एजेंसी)