जयमाल के समय कहीं फीकी ना पड़ जाए आपकी मुस्कान

By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: December 13, 2017 12:41 PM2017-12-13T12:41:13+5:302017-12-14T13:14:00+5:30

शादी में आए तमाम लोगों की नजर सबसे पहले दुल्हन के चेहरे पर आ रही मुस्कुराहट पर पड़ती है।

At the time of Jaymala, you will not feel shy | जयमाल के समय कहीं फीकी ना पड़ जाए आपकी मुस्कान

जयमाल के समय कहीं फीकी ना पड़ जाए आपकी मुस्कान

शादी के गहने हमेशा से ही हर भारतीय दुल्हन के रूप का एक अहम हिस्सा रहा है। चाहे वो पैर के बिछुए हो या गले का हार। गोरा चेहरा, मेकअप, मैनीक्योर और पैडीक्योर, फिटनेस, स्किन, हेयर आदि का ही केवल ध्यान आपको आकर्षण का केन्द्र नहीं बनाता बल्कि शादी में आए तमाम लोगों की नजर सबसे पहले दुल्हन के चेहरे पर आ रही मुस्कुराहट पर पड़ती है और उस सुंदर सी मुस्कराहट के पीछे का राज  केवल दुल्हन के चमचमाते हुए मोती जैसे दांत होते है, जो उसे खुल कर मुस्कुराने में उसकी मदद करते हैं, जिससे दुल्हन के निखार में चार चांद लग जाते हैं। तो जानते हैं दुल्हन कैसे चमचमा सकती हैं अपने दांत -

चमकते दांत हमारे शरीर का वो अहम अंग हैं, जो किसी के सौन्दर्य में इजाफा भी कर सकते हैं और मुस्कराने से होने वाली चेहरे की चमक को कम भी कर सकते हैं।

दांतों पर धब्बे और पीलापन दूर करन हो तो लिए ब्लीचिंग करने से दांत चमक जाते हैं। आजकल जैसा की हम जानते हैं कुछ जगह पर पानी में क्लोराइड ज्यादा होता है, इससे दांतों पर धब्बे पड़ जाते हैं। ब्लीचिंग से दांत चमक उठते हैं। इसके लिए जिंजाइवल बैरियर गम्स का इस्तेमाल किया जाता है, फिर आगे के दांतों में ब्लीचिंग करते हैं, 

लेकिन पीछे के दांतों में ब्लीचिंग करने से ये ढीले पड़ सकते हैं। कई बार ब्लीचिंग के बाद मसूड़े में सनसनाहट हो सकती है, इसके लिए खास ध्यान रखना पड़ता है। इसके लिए विशेषज्ञ प्रोटेक्टिव लेयर प्रयोग करते हैं। डॉक्टर कहते हैं, 'ब्लीचिंग के बाद हम प्रोटेक्टिव लेयर का ज्यादा प्रयोग करते हैं। इससे दांतों में किसी भी प्रकार का नुकसान भी नहीं होता।'

दांत के टेढ़े-मेढ़े होने पर उनको ठीक करने का इलाज लंबा होता है। दांतों में पोर्सलीन की लेयर भी की जाती है, यह स्थायी होती है और लैब से बनकर आती है। अक्सर फिल्म स्टार्स और शो बिज के लोग इसे लगवाना पसंद करते हैं। दांत में अगर गैप है, तो उसे में कम्पोजिट भरते हैं। इससे दांतों की सुंदरता बढ़ जाती है और चेहरे पर असर भी सहज ही देखा जा सकता है। दांतों के टेढ़े-मेढ़ेपन की समस्या का तो इलाज ब्रेसेज से भी दूर किया जा सकता है। पर उसमें कम से कम एक साल का समय लगता है। मिसिंग दांत के लिए ब्रिज करते हैं। ये सब समय लेते हैं। तुरंत सुन्दर दांत के लिए ब्लीचिंग या पोर्सलीन लेयर ही कारगर रहती है।

यहां है कुछ टिप्स

  • मनमोहक मुस्कान दांतों की चमचमाती सफेदी पर निर्भर करती है। दांतों की नियमित सफाई से दांत तो सुन्दर होंगे ही, सांस भी महकी-महकी होगी।दांतों की चमक बरकरार रखने के लिए दिन में दो बार ब्रश जरूर करें।
  • सुबह उठते ही सब से पहले ब्रश करें, रात को भी सोने से पहले ब्रश करें।खाना खाने के बाद अच्छी तरह कुल्ला करें ताकि दांतों में कुछ फंसा न रह जाए। 
  • खाने के बाद अन्नकणों को माचिस की तीली या ऑलपिन से न निकालें। इस से मसूड़ों में इन्फेक्शन हो सकता है। इस के लिए टूथपिक का इस्तेमाल करें।
  • डेंटल फ्लास इस कार्य के लिए उपयुक्त है। फ्लास को अंगूठे व उंगली के बीच लूप बना कर फंसा ले, फिर दांतों के बीच घुमाएं। इस से फंसे हुए अन्नकण बाहर आ जाएंगे। 
  • टूथब्रश का चयन सोच-समझ कर करें। टूथब्रश ऐसा होना चाहिए, जिससे दांतों व मसूड़ों की समुचित सफाई हो। 
  • दांतों के अनुसार सही टूथब्रश का इस्तेमाल किया जाए तो मसूढ़ों के कई बिमारियों से बचाया जा सकता है। 
  • टूथब्रश लंबे हैंडल एवं आगे से छोटे ब्रिस्ल वाला होना चाहिए ताकि पीछे तक आसानी से सफाई हो सके। टूथब्रश खरीदते समय उस के दांतों एवं बनावट पर विशेष ध्यान दें। 
  • टूथब्रश के ब्रिस्ल 3 प्रकार के होते हैं, सख्त, मध्यम व नरम। टूथब्रश का चयन मसूड़ों को ध्यान में रखते हुए करें।

Web Title: At the time of Jaymala, you will not feel shy

फ़ैशन – ब्यूटी से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे