इस साल महा-शिवरात्रि 21 फरवरी को मनाई जाएगी। लोग इस दिन पूरे मन से भगवन भोले के भक्त पूजा-अर्चना करने के साथ भांग का भी जमकर सेवन करते हैं। इस दिन शिव मंदिरों के बाहर शिवलिंग पर जल चढ़ाने के लिए लम्बी लाइन लगती है। लोग अपने-अपने तरीकों से शिव-शम्भू को मनाने की तैयारी में लग जाते हैं।
शिव जी की पूजा में रंगों का भी काफी महत्व होता है। माना जाता है कि शिव की पूजा के समय कुछ खास रंग के कपड़े पहनने पर सारी मनोकामना पूरी हो जाती है। आइए आपको बताते हैं कौन सा है वो खास रंग और किस रंग को भोले बाबा की पूजा में बिल्कुल भी नहीं पहनना चाहिए।
इस रंग को करें धारण
भगवान शिव की पूजा करते समय हरे रंग को धारण करना शुभ माना जाता है। सिर्फ यही नहीं अगर आप हरे के साथ सफेद रंग के वस्त्र भी धारण करेंगे तो आपको लाभ होगा। मान्यता है कि भगवान शिव को ये दोनों ही रंग प्रिय होता है। इसलिए उन पर चढ़ने वाले फूल और जनेऊ सफेद रंग के और भांग और धतूरा हरे रंग का होता है।
ना धारण करें ये रंग
ये भी मान्यता है कि शिव को काला रंग बिल्कुल नहीं पसंद इसलिए भूलकर कर भी महाशिवरात्रि के दिन काले रंग को धारण ना करें। सिर्फ कपड़ा ही नहीं इस रंग की चूड़ी या बिंदी भी आज के दिन धारण ना करें। काला रंग भस्म का प्रतीक होता है। इसिलए महाशिवरात्रि के दिन इसे रंग को धारण ना करें।
भगवान शिव को मनाने के लिए लोग क्या कुछ नहीं करते। कोई बमभोले पर जल चढ़ाता है तो कोई उनकी धुन में झूमते नजर आते हैं। खासकर महा-शिवरात्रि के दिन भगवान शंकर की आस्था खास देखी जा सकती है। इस दिन भगवान महेश, शम्भू, भोलेनाथ, नीलकंठ को मनाने के लिए लोग दिल से प्रार्थना करते हैं।
महाशिवरात्रि पर चारों ओर भगवान भोलेनाथ की महिमा का गुणगान होता है। हर कोई उन्हें प्रसन्न करने में लग जाता है ताकि शिव जी से वरदान पा सके। भगवान शिव के विधिवत पूजन और शास्त्रों में दर्ज उपायों को करने से धन-संपत्ति में लाभ होता है, शत्रुओं से मुक्ति मिलती है, जीवन की बाधाएं कम होती हैं।