कोरोना वायरस से बचने के उपाय: बाबा रामदेव ने बताया कोरोना से बचने के लिए ये खास 3 योग, जानिए नाम और करने कि विधि
By मेघना वर्मा | Published: March 6, 2020 09:18 AM2020-03-06T09:18:21+5:302020-03-06T09:18:21+5:30
बाबा रामदेव ने खास तीन प्राणायाम के नाम बताए हैं। उनका कहना है कि इन तीन प्राणायम से कोरोना वायरस की चपेट में आने से बचा जा सकता है।
पूरे देश में इस समय कोरोना वायरस का कहर जारी है। मेट्रो में हो या ऑफिस में, घर में हों या किसी पब्लिक प्लेस पर लोगों के ऊपर कोरोना वायरस का खौफ आसानी से देखा जा सकता है। इससे बचने के लिए लोग बहुत कुछ कर रहे हैं। सारे विकल्प आजमा रहे हैं। कोरोना वायरस से बचने के लिए भारत के लोगों को लगातार एडवाइजरी जारी की जा रही है, जिसे अपनाना बहुत जरुरी है। वहीं हाल ही में योग गुरु बाबा रामदेव ने भी कोरोना वायरस से बचने के लिए खास योग बताया है।
बाबा रामदेव ने खास तीन प्राणायाम के नाम बताए हैं। उनका कहना है कि इन तीन प्राणायम से कोरोना वायरस की चपेट में आने से बचा जा सकता है। आइए आपको बताते हैं कौन से हैं वो तीन प्राणायाम करने से कोरोना वायरस से बचा जा सकता है।
कोरोना वायरस से कैसे बचा सकता है योग ?
1. कपालभाति
अगर आप रोजाना कपालभारती करते हैं तो ये आपके लिए सही है। कपालभाति एक प्रचलित प्राणायाम है।सांस लेने और छोड़ने की इस प्रक्रिया को आप रोजाना अगर 5 मिनट भी करेंगे तो आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होगी।
ऐसे करें कपालभारति
एक साफ मैट पर बैठ जाएं।
अब भरपूर सांस भरिए।
पेट पर जोर देते हुए तेजी से सांस को बाहर छोड़िए।
2. अनुलोम विलोम
अनुलोम विलोम भी आपकी सांसों पर कंट्रोल करके आपके इम्यून सिस्टम को सही रखता है। जिससे आप किसी भी संक्रमण से बच सकते हैं। सामान्य रूप से होने वाली सर्दी खांसी और जुकाम से भी ये बचाता है। डॉक्टरी रिसर्च के मुताबिक यह भी बताया जा चुका है कि इससे आपके शरीर की इम्युनिटी काफी मजबूत होती है।
ऐसे करें अनुलोम विलोम
अब अपने बाएं हाथ के अंगूठे से, बायीं नाक के छिद्र को बंद करके, दायीं नाक के छिद्र से सांस लें।
अब दायीं नाक के छिद्र को अपनी एक उंगली से बंद करें और बायीं नाक के छिद्र को खोलकर, इसके जरिए सांस छोड़ें।
ये प्रक्रिया अब 5 से 10 मिनट तक दोहराएं।
3. भस्त्रिका प्राणायाम
भस्त्रिका प्राणायाम के माध्यम से भी कोरोना वायरस से संक्रमित होने से बचे रहेंगे। भस्त्रिका प्रणायाम को करने से शरीर की कोशिकाएं स्वस्थ बनी रहती हैं और श्वसन क्रिया से जुड़ी कोई भी बीमारी आपको नहीं होगी।
ऐसे करें भस्त्रिका प्राणायाम
एक गहरी सांस लें।
अब पेट पर जोर देते हुए सांस छोड़ें।
इस प्रणायाम को करीब 3-5 मिनट तक करें।