राजस्थानः वसुंधरा सरकार पांच हजार सरकारी स्कूलों में स्थापित करेगी कम्प्यूटर लैब
By रामदीप मिश्रा | Published: April 8, 2018 09:31 AM2018-04-08T09:31:14+5:302018-04-08T09:31:14+5:30
मंत्री देवनानी ने कहा पहले राजस्थान देशभर में 21वें स्थान पर था अब समग्र रूप से देश में दूसरे स्थान पर आ गया है। तकनीकी रूप से सक्षम करने के लिए देश में 27 हजार 900 प्रतिभावान विद्यार्थियों को लैपटॉप भी वितरित किए जा रहे हैं।
जयपुर, 8 अप्रैल: राजस्थान की शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि प्रदेश के विद्यार्थियों को कम्प्यूटर तकनीक के इस युग में अग्रणी रखने के लिए राजस्थान के 5 हजार स्कूलों में आईसीटी लैब स्थापित की जाएगी। शीघ्र ही प्रदेश स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में देश में नम्बर एक पर होगा। मंत्री देवनानी ने शनिवार को अजमेर जिले के राजकीय बालिका माध्यमिक विद्यालय लोहाखान में 34.31 की लागत से बने साईंस लैब, कम्प्यूटर लैब, कला कक्ष एवं लाइब्रेरी का लोकार्पण किया।
उन्होंने स्कूल को माध्यमिक से उच्च माध्यमिक स्तर पर क्रमोन्नत करने के आदेश भी विद्यालय को प्रदान किए। राजस्थान के विद्यार्थी को कम्प्यूटर शिक्षा में पारंगत करने के लिए 5 हजार स्कूलों में आईसीटी लैब तैयार करवाएगी। राजस्थान की शिक्षा का परचम अब पूरे देश में फहरा रहा है। नेशनल अचीवमेंट सर्वे में माध्यमिक शिक्षा में राजस्थान देश में पहले स्थान पर आ गया है। वहीं प्रारम्भिक शिक्षा में हम देशभर में दूसरे स्थान पर हैं।
मंत्री देवनानी ने कहा पहले राजस्थान देशभर में 21वें स्थान पर था अब समग्र रूप से देश में दूसरे स्थान पर आ गया है। तकनीकी रूप से सक्षम करने के लिए देश में 27 हजार 900 प्रतिभावान विद्यार्थियों को लैपटॉप भी वितरित किए जा रहे हैं। प्रदेश के एक लाख 60 हजार शिक्षकों को कम्प्यूटर की ट्रेनिंग दी जा चुकी है।
उन्होंने कहा कि आज हम गर्व से कह सकते हैं कि हमारा विद्यार्थी किसी से कम नहीं है। यह सब राजस्थान के प्रतिभाशाली शिक्षकों के कारण संभव हुआ है। सर्वे में 8वीं कक्षा की पढ़ाई में हम देश में पहले, 5वीं में दूसरे एवं 3 कक्षा की पढ़ाई में हम देश में तीसरे स्थान पर हैं।
मंत्री देवनानी ने कहा कि प्रदेश के स्कूलों में 3200 करोड़ की लागत से रमसा के तहत निर्माण कार्य करवाए गए है। शीघ्र ही नाबार्ड से प्राप्त 600 करोड़ की लागत से 2 हजार स्कूलों में निर्माण कार्य करवाए जाएंगे। अजमेर शहर में रमसा के तहत 10 करोड़ रूपए के निर्माण कार्य करवाए गए हैं। स्कूलों को भौतिक रूप से समृद्ध बनाने के लिए पूरी गम्भीरता से प्रयास किए जा रहे हैं।
शिक्षा राज्यमंत्री ने कहा कि विद्यार्थियों को देश के इतिहास, संस्कृति और समाज से परिचित कराने के लिए सभी स्कूलों में भारत दर्शन गलियारा तैयार किया जाएगा। इसमें फोटो गैलेरी के रूप में भारत के इतिहास और संस्कृति की शिक्षा दी जाएगी। उन्होंने लोहाखान माध्यमिक विद्यालय को उच्च माध्यमिक स्तर पर क्रमोन्नत करने की भी घोषणा की।