नई दिल्लीः जेईई मेन्स परीक्षा देने वाले छात्रों के लिए बड़ी खुशखबरी यह है कि अब इंजीनियरिंग में दाखिले की प्रवेश परीक्षा साल में दो नहीं चार बार आयोजित होगी।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने बुधवार शाम को जानकारी देते हुए कहा कि अभिभावकों और छात्रों की ओर से आए सुझावों के तहत यह निर्णय लिया गया है। फिलहाल फरवरी में होने वाली पहली जेईई मुख्य परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन खोल दिए गए हैं।
इच्छुक छात्र 16 जनवरी तक रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। परीक्षा का आयोजन 23 फरवरी से 26 फरवरी के बीच किया जाएगा। यह परीक्षा अब 3 भाषाओं की जगह 13 भाषाओं में होगी। फरवरी 2021 के अलावा यह परीक्षा मार्च, अप्रैल और मई 2021 में आयोजित की जाएगी। यह परीक्षा कंप्यूटर आधारित टेस्ट (सीबीटी) पर होगी। केवल बीआर्क की परीक्षा पेन-पेपर मोड पर ऑफलाइन होगी।
पोखरियाल ने कहा कि हर परीक्षा का परिणाम परीक्षा के अंतिम दिन के बाद अगले 4 से 5 दिन में जारी किया जाएगा। छात्र परिणाम जारी होने के बाद अगली परीक्षा के लिए पोर्टल पर आवेदन खुलते ही रजिस्ट्रेशन करा दें। अग्रिम रजिस्ट्रेशन की परीक्षा छात्र नहीं देना चाहते तो एनटीए छात्र के द्वारा ली गई फीस लौटाएगा।
नई शिक्षा नीति को ध्यान में रखकर वर्ष 2021 में जेईई मुख्य परीक्षा पहली बार मराठी, असमिया, बंगाली, कन्नड, मलयालम, ओडिया, पंजाबी, तमिल, तेलगु और उर्दू में भाषा में होगी। इससे पहले यह परीक्षा अंग्रेजी, हिंदी और गुजराती भाषा में आयोजित होती रही है। अब उपरोक्त 13 भाषाओं में यह होगी।
शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि एनटीए ने सभी राज्यों से कोरोना महामारी के चलते बातचीत की और सिलेबस कटौती की मांग को ध्यान में रखते हुए 90 के स्थान पर अब परीक्षा में 75 प्रश्न पूछे जाएंगे। इनमें 15 प्रश्न वैकल्पिक होंगे। जिनमें निगेटिव मार्किंग को हटा दिया गया है।
ऐसे में छात्रों को हर सेक्शन में 30 में से 25 प्रश्न हल करने होंगे। अगर पहली, दूसरी परीक्षा में छात्र बेहतर करने से चूक जाते हैं या क्षेत्र में महामारी के चलते पेपर देने नहीं जा पाते तो आगे की दो परीक्षाओं में उनके लिए चांस खुले रहेंगे।