जेईई मुख्य परीक्षा 2021: साल में चार बार, 23-26 फरवरी को होंगे पेपर, शिक्षा मंत्री निशंक ने गिनाए ये बदलाव
By सतीश कुमार सिंह | Published: December 16, 2020 07:01 PM2020-12-16T19:01:26+5:302020-12-16T19:57:28+5:30
JEE MAIN- पहली परीक्षा फरवरी, दूसरी मार्च, तीसरी अप्रैल और चौथी मई में होगी। इंग्लिश के अलावा 13 भारतीय भाषाओं में भी पेपर होंगे।
नई दिल्लीः केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने जेईई मुख्य परीक्षा 2021 की तारीखों का ऐलान कर दिया। जेईई-मेंस परीक्षा साल में चार बार आयोजित होगी।
शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि जेईई-मेंस का आयोजन 23 से 26 फरवरी 2021 तक होगा। चार परीक्षाओं में ज्यादा अंक वाली परीक्षा के अंक मान्य होंगे। अब ये परीक्षा चार सेशन और 13 भाषाओं में आयोजित की जाएगी, इसके अलावा 15 अंक के ऑप्शनल सवाल में माइनस मार्किंग नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि ये परीक्षा फरवरी, मार्च, अप्रैल और मई में 4 बार आयोजित की जाएगी, इसमें उम्मीदवार अपनी सुविधानुसार किसी भी एक बार शामिल हो सकेंगे। मंत्री ने कहा कि जेईई (मेन 2021) के लिए पाठ्यक्रम पूर्ववर्ती वर्ष जैसा ही रहेगा और एक प्रस्ताव पर विचार किया जा रहा है जिसके तहत छात्रों को 90 (भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और गणित के 30 -30 सवालों) में से 75 सवालों (भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और गणित के 25-25 सवालों) का जवाब देने का विकल्प मिलेगा।
निशंक ने डिजिटल माध्यम से इसकी जानकारी देते हुए कहा, ‘‘जेईई मेंस परीक्षा का आयोजन साल में चार बार होगा। यह परीक्षा चार सत्रों में फरवरी, मार्च, अप्रैल और मई में आयोजित होगी।’’ उन्होंने बताया कि इसके तहत पहले सत्र में परीक्षा 23 फरवरी 2021 से 26 फरवरी 2021 तक होगी। केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने बताया कि यह परीक्षा राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी द्वारा ली जायेगी।
अभ्यर्थियों को इनमें 75 प्रश्नों के उत्तर देने होंगे
यह विभिन्न पालियों में आयोजित की जायेगी। इससे छात्रों को अंक सुधारने में मदद मिलेगी। निशंक ने बताया कि इसमें विभिन्न बोर्डों के निर्णयों को ध्यान में रखा गया है। इसके तहत प्रश्नपत्र में 90 प्रश्न होंगे । उन्होंने बताया कि एनटीए ने तय किया है कि अभ्यर्थियों को इनमें 75 प्रश्नों के उत्तर देने होंगे।
15 वैकल्पिक प्रश्न होंगे। मंत्री ने बताया कि परीक्षा का आयोजन 13 भाषाओं में होगा। उन्होंने दावा किया कि यह विश्व की सबसे बड़ी परीक्षा होगी। इससे पहले मंत्री ने बताया कि शिक्षा मंत्रालय ने जेईई-मेंस को लेकर मिले सुझावों की समीक्षा की है और एनटीए को इन सुझावों पर सकारात्मक ढंग से विचार करने को कहा गया है। इन सुझावों को ध्यान में रखते हुए महत्वपूर्ण निर्णय किये गए हैं।
National Testing Agency has decided that there'll be 90 questions, candidates will have to solve any 75 out of them. In remaining 15 optional questions, even negative marking won't be done. Merit list/ranking will be prepared based on best score of candidate: Education Minister
— ANI (@ANI) December 16, 2020
पोखरियाल ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि इंजीनियरिंग परीक्षा जेईई-मेन तथा मेडिकल परीक्षा नीट का पाठ्यक्रम कम नहीं किया जाएगा। मंत्री ने 10वीं एवं 12वीं कक्षाओं की बोर्ड परीक्षाओं के संबंध में कहा था कि बोर्ड परीक्षाओं की तिथि पर फैसला करने को लेकर सभी पक्षकारों के साथ विचार-विमर्श किया जा रहा है और इस संबंध में जल्द ही फैसला किया जाएगा।
बोर्ड परीक्षाएं हर साल मार्च में आयोजित होती हैं, लेकिन इस बार कोरोना वायरस के कारण इसे बीच में ही रोकना पड़ा था। महामारी के कारण जेईई और नीट जैसी प्रतियोगी परीक्षाएं भी इस साल दो बार स्थगित करनी पड़ी।