Coronavirus: कोरोना संकट के बीच आईआईटी जम्मू ने बनाया 'फेस शील्ड' , परीक्षण के बाद बड़े पैमाने पर किया जाएगा इस्तेमाल
By प्रिया कुमारी | Published: April 30, 2020 02:19 PM2020-04-30T14:19:50+5:302020-04-30T14:19:50+5:30
कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए IIT जम्मू ने चेहरे के लिए कवच (face-shield ) का निर्माण किया है जो आपके चेहरे को बाहर से आने वाले वायरस से बचाएगा। परिक्षण के बाद इस कवच को इस्तेमाल में लाया जाएगा।
कोरोना संकट से लड़ने के लिए, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT), जम्मू ने चेहरे के लिए कवच (face shield) बनाया है, जिसे परीक्षण के लिए पुलिस को सौंप दिया जाएगा। एएनआई से बात करते हुए, IIT जम्मू के निदेशक, मनोज सिंह गौर ने कहा कि संस्थान को लॉकडाउन के दौरान बंद कर दिए जाने के बाद, कुछ छात्रों और सदस्यों में पीपीई बनाने को लेकर जिज्ञासा जगी। इसके बाद हमने फेस शील्ड का निर्माण किया। इसका डिजाइन 3 डी प्रिंटर के इस्तेमाल से किया गया है। इसके अलावा, इस डिजाइन का उत्पादन बड़े पैमाने पर किया जा सकता है।
आईआईटी, जम्मू की कई टीमें वेंटिलेटर, यूवी सैनिटेशन चैंबर्स और दो से तीन अन्य उत्पाद को बनाने की पूरी कोशिश कर रही हैं। मनोज गौर ने बताया कि वेंटिलेटर का पहला नमूना आने में कम से कम चार से छह सप्ताह का समय लगेगा। साथ ही हम प्लाज्मा प्लम के साथ यूवी सैनिटेशन चैंबर्स भी बना रहे हैं। हम ऑक्सीजन कंसंटेटर डिजाइन पर भी काम कर रहे हैं जो मेक इन इंडिया के प्रति हमारा एक प्रयास होगा।
आईआईटी, जम्मू के छात्रों और प्रोफेसरों द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना करते हुए, जम्मू, सुरम सिंह, पुलिस अधीक्षक (एसपी) जम्मू और कश्मीर पुलिस ने कहा कि पहले फेस शील्ड का परीक्षण किया जाएगा और फिर इसे उपयोग में लाया जाएगा। हमारे अधिकारी पहले इसका परीक्षण करेंगे।
मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के सहायक इंजीनियर विजय कुमार पाल ने एएनआई को बताया कि यहां के छात्र और प्रोफेसर अन्य प्रयासों के साथ-साथ पॉजिटिव-प्रेशर रेस्पिरेटरी सिस्टम (पीपीआरएस) भी विकसित कर रहे हैं, जिसका इस्तेमाल कोविड-19 के बाद भी किया जा सकेगा।