नई दिल्ली, 2 अप्रैलः दिल्ली हाईकोर्ट ने सोमवार को केंद्रीय माध्यमिक परीक्षा बोर्ड (सीबीएसई) पेपर लीक मामले में दिल्ली पुलिस, सीबीएसई और मानव संसाधन मंत्रालय को फटकार लगाते हुए नोटिस जारी किया है और जवाब मांगा है। कोर्ट अब इस मामले की अगली सुनवाई 16 अप्रैल को करेगा। वहीं, पेपर लीक मामले को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में आज ही याचिका दायर की गई, जिसमें कोर्ट से गुहार लगाई गई है कि वह इस मामले में चल रही जांच को अपनी निगरानी में कराए।
इधर, इस मामले में दिल्ली पुलिस 3 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इन आरोपियों में दो स्कूल टीचर और एक कोचिंग सेंटर संचालक भी गिरफ्तार हुआ है। पुलिस के मुताबिक एक टीचर ने प्रश्नपत्र की तस्वीर खींचकर कोचिंग सेंटर के मालिक को भेज दी थी। कोचिंग सेंटर के मालिक ने लीक हुए पेपर को बाकी विद्यार्थियों के बीच बांटा। छात्रों को हाथ से लिखे हुए प्रश्न पत्र भी बांटे गये थे।
दिल्ली पुलिस को गूगल से रविवार को ही मामले में जवाब मिला है। इसके बाद ही उस ईमेल आईडी की पहचान हुई, जिससे सीबीएसई अध्यक्ष को10 वीं कक्षा के गणित के पेपर लीक होने के बारे मेंएक मेल भेजा गया था। जांच से जुड़े एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा के अधिकारी ने बताया कि कक्षा 10 वीं के एक छात्र को गणित का पेपर वाट्सऐप पर मिला था और उसने सीबीएसई अध्यक्ष को मेल भेजने के लिए अपने पिता के ईमेल आईडी का इस्तेमाल किया। छात्र और उसके पिता से पूछताछ की जा रही है। इससे पहले पुलिस के विशेष आयुक्त( अपराध) आर पी उपाध्याय ने कहा कि पुलिस ने ईमेल आईडी के बारे में जो जानकारी मांगी थी, उसके बारे में जवाब उसे गूगल से मिल गया है।