नई दिल्ली, 29 मार्च: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 10वीं गणित और 12वीं अर्थशास्त्र की परीक्षा फिर से करा रही है। सीबीएसई ने यह फैसला पेपर लीक के आरोपों के बाद लिया है। इन सबके बीच जो सबसे हैरान कर देने वाली खबर सामने आ रही है, उसके मुताबिक पेपर लीक करने वालों ने बोर्ड 10वीं गणित और 12वीं अर्थशास्त्र की हाथ से लिखी हुई आंसर शीट पहले ही सीबीएसई ऑफिस में पहुंचा दी थी।
12वीं अर्थशास्त्र की हाथ से लिखी हुई आंसर शीट सोमवार शाम को ही सीबीएसई के ऑफिस में पहुंचा दी गई थी। वहीं, 10वीं की गणित की हाथ से लिखी हुई आंसर शीट कॉपी बीते मंगवार को सीबीएसई के चेयरपर्सन को दे दी गई थी। ऐसे में यहां सबसे बड़ा एक सवाल ये खड़ा हो रहा है कि जब सीबीएसई को दोनों लीक पेपर पहले ही मिल गए थे, तो उन्होंने आखिर परीक्षाएं कराई ही क्यों...? पेपर लीक होने के बाद परीक्षा को कैंसिल क्यों नहीं किया गया? बता दें कि12वीं इकनॉमिक्स की परीक्षा 27 मार्च और 10वीं गणित की परीक्षा 28 मार्च को हुई थी।
सीबीएसई द्वारा दर्ज एफआईआर में बताया गया है कि 23 मार्च को एक फैक्स मिला था। जिसमें शाम साढ़े 4 बजे के आसपास सीबीएसई को फैक्स भेज कथित पेपर लीक में एक कोचिंग संचालक और दो स्कूलों के शामिल होने की जानकारी दी थी। इसमें बताया गया था कि राजेंद्र नगर सेक्टर 8 में चल रहे कोचिंग के संचालक और राजेंद्र नगर के ही 2 स्कूलों पर पेपर लीक करने का आरोप लगाया गया था।
सीबीएसई ने यह भी बताया कि इस शिकायत को 24 मार्ट को ही रिजनल ऑफिस को फॉरवर्ड कर दिया गया था। जिसके बाद उसी दिन पुलिस को इस बात की सूचना दे दी गई थी।