ब्रिटिश में 'ब्लैक कैब रेपिस्ट' के नाम से फेमस जॉन वॉरबॉव्य पर 100 से ज्यादा महिलाओं से रेप करने का आरोप है। 2009 में जॉन वॉरबॉव्य के खिलाफ 19 महिलाओं ने केस दर्ज करवाया था, जबकि बाकियों ने सामने आने से इंकार कर दिया था। जॉन वॉरबॉव्य ने 100 महिलाओं का रेप करने के बाद महज 8 साल की सजा काटी, जिसका ब्रिटिश में काफी विरोध हो रहा है।
जॉन वॉरबॉव्य को 2017 के जनवरी में रिहा कर दिया गया था। उस वक्त से लेकर आजतक जॉन वॉरबॉव्य की रिहाई को लेकर विरोध चल रहा है। विरोध के लिए एक अभियान भी चलाया जा रहा है। इस अभियान से जुड़ी कई महिलाओं का कहना है कि इस तरह जॉन वॉरबॉव्य का खुले में रहना किसी भी महिला के लिए खतरा हो सकता है। इस मामले में विरोध कर रहे लोगों ने ब्रिटिश अभियोजन पक्ष से जवाब मांगा है। इन लोगों का कहना है कि सरकार ने अगर उनकी मांग पूरी नहीं की तो वह फिर से हड़ताल कर सकते हैं।
वहीं इस मामले में पैरोल बोर्ड के चेयरमैन निक हार्डविक ने अब कथित तौर पर कहा है कि हाई प्रोफाइल क्राइम के मामलों में सजा काट चुके लोगों पर हम कोई एक्शन फिर से नहीं ले सकते।
बता दें कि जॉन वॉरबॉव्य बेहद ही खूबसूरत महिलाओं को ही अपना शिकार बनाता था। पीड़ित महिलाओं के मुताबिक, वह खूबसूरत महिला को अपने जाल में फंसाता था और कहता था कि मेरी लॉटरी निकली है। मैं बहुत पैसे वाला हूं। आरोपी महिलाओं को पार्टी देने के लिए अपनी कैब में लिफ्ट देता था और फिर पानी में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला देता था। इसके बाद आरोपी अपनी कैब में ही महिलाओं के साथ रेप करता था।
पीड़ित महिलाओं की शिकायत पर आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने आरोपी को 102 महिलाओं के साथ रेप का दोषी ठहराया था। इनमें से 19 महिलाएं खुद कोर्ट के सामने आईं और अपने साथ हुई घटना के बारे में बताया, जिसके बाद कोर्ट ने सुरक्षा को देखते हुए दोषी को अनिश्चित सजा दी थी। लेकिन, आरोपी को पिछले साल जेल से रिहा कर दिया गया। इसके बाद से अब-तक इसका विरोध जारी है। फिलहाल आरोपी को कोर्ट की सजा के बावजूद क्यों रिहा कर दिया गया है, इसका अभी खुलासा नहीं हो पाया है।