नेपाल के रास्ते बिहार आ रही उज्बेकिस्तान की लड़कियां, कराया जा रहा है देह व्यापार, पुलिस मुख्यालय ने जारी किया अलर्ट
By एस पी सिन्हा | Updated: April 17, 2022 18:09 IST2022-04-17T18:07:47+5:302022-04-17T18:09:29+5:30
पुलिस मुख्यालय ने अररिया, किशनगंज, जोगबनी, फारबिसगंज, पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर, सुपौल पुलिस को अलर्ट किया है.

देह व्यापार के गिरोह संचालक उज्बेकी लड़कियों को 25 हजार रुपये में सौदा तय करते हैं.
पटनाः बिहार में मानव तस्करी जोरों पर है. राजधानी पटना समेत राज्य के सीमावर्ती इलाकों में मानव तस्कर सक्रिय हैं. वहीं, पटना में सक्रिय देह व्यापार गिरोह अब उज्बेकिस्तान की लड़कियों को अवैध तरीके से भारत लाकर उन्हें जिस्मफरोशी के धंधे में उतार रहा है.
उज्बेकिस्तान की लड़कियों को बिना वीजा के नेपाल के रास्ते प्रवेश कराकर देह व्यापार के धंधे में उतारने की बात सामने आई है. बताया जाता है कि बिहार में उज्बेकिस्तान की लड़कियों को अनैतिक धंधे में उतारने की सूचना के बाद दिल्ली की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल ने इसको लेकर बिहार पुलिस मुख्यालय को अलर्ट किया है.
हाल के दिनों में दिल्ली में तीन उज्बेकी महिलाओं की दलालों के साथ गिरफ्तारी के बाद पुलिस को कई अहम जानकारियां मिली हैं. इसमें टूरिस्ट विजा पर भारत में प्रवेश कर ये महिलाएं देह व्यापार के धंधे में लिप्त पाई गई हैं. बिहार के सीमावर्ती अररिया, किशनगंज और जोगबनी जैसे इलाके में बिना किसी वीजा के उज्बेकिस्तान की लड़कियों के भारतीय सीमा में प्रवेश कराये जाने की सूचना से पुलिस मुख्यालय सतर्क हो गया है. इसके बाद पुलिस मुख्यालय ने अररिया, किशनगंज, जोगबनी, फारबिसगंज, पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर, सुपौल पुलिस को अलर्ट किया है.
ऐसी जानकारी मिली है कि सीमावर्ती जिलों में दलाल नए-नए तरीके अपना कर उज्बेकिस्तान की लड़कियों को सीमा पार कराते हैं. दलाल एसएसबी को चकमा देने के ले स्थानीय लोगों की मदद लेते हैं और उज्बेकिस्तान की लड़कियों को पटना और दिल्ली पहुंचा रहे हैं. बताया जा रहा है कि देह व्यापार के गिरोह संचालक उज्बेकी लड़कियों को 25 हजार रुपये में सौदा तय करते हैं.
फिर व्हाट्सएप कॉलिंग के जरिए शौदा तय होने पर गिरोह के सदस्य अपने खास ग्राहकों को किसी रिहाइशी इलाके में अपने संचालित ठिकाने पर ही मुहैया कराते हैं. ताकि पुलिस या एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल को इसकी भनक तक नहीं लग सके. महंगे किराए वाली अपार्टमेंट में चलने वाले अनैतिक व्यापार में कुछ बडे़ ठेकेदार और प्रापर्टी डीलरों को लग्जरी कार में दार्जिलिंग, मिरिक, कलिंपोंग, गंगटोक भी भेजे जाने की बात सामने आ रही है. इसके लिए मोटी रकम रैकेट संचालक वसूल रहे हैं.
सूत्रों के अनुसार गिरफ्तार उज्बेकी महिलाओं के खिलाफ अनैतिक व्यापार रोकथाम अधिनियम और विदेशी अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है. ऐसी भी बाते सामने आ रही हैं कि कुछ ऐसी भी महिलाएं हैं जो वैध वीजा पर भारत आ तो रही हैं, लेकिन वीजा खत्म होने के बावजूद अपने देश वापस नहीं लौट रही हैं.
पकड़ी जा रही उज्बेकी महिलाओं और उनके साथ स्थानीय एजेंटों की गिरफ्तारी बाद उज्बेकी महिलाओं के विरुद्ध विदेशी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया जा रह है, जबकि अनैतिक व्यापार में शामिल होने की पुष्टि होने पर अनैतिक व्यापार रोकथाम अधिनियम 1956 के तहत केस दर्ज किया जा रहा है.
बताया जाता है कि नेपाल से लगी सूबे की सीमा पर बिना वीजा के पकड़ी जा रहीं उज्बेकी महिलाओं के विरुद्ध् अबतक केवल विदेशी अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है. उनमें कुछ को जमानत मिलने के बाद भी उनके अपनों के नहीं आने और बगैर पुख्ता पहचान प्रमाण के मुक्ति नहीं मिल सकी है. उन्हें विदेशियों के लिए बनाए गए सेल्टर होम में रखा जा रहा है.