डॉक्टर योगिता हत्याकांडः आरोपी विवेक ने कबूला गुनाह, बताई ये बड़ी वजह, यूपी में कोरोना पेशेंट की पहली डिलीवरी कराई थी महिला doctor
By भाषा | Published: August 20, 2020 09:21 PM2020-08-20T21:21:49+5:302020-08-20T21:21:49+5:30
उत्तर प्रदेश महिला आयोग ने मामले पर स्वत: संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को नोटिस जारी कर कार्रवाई रिपोर्ट तलब की है। अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को आगरा के डौकी क्षेत्र में सुनसान सड़क के किनारे योगिता गौतम (26)का शव पड़ा हुआ मिला, जिस पर चोट के निशान थे।
आगराः आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज की चिकित्सक की कथित हत्या में जालौन जिले से एक चिकित्सा अधिकारी को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
इस बीच, उत्तर प्रदेश महिला आयोग ने मामले पर स्वत: संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को नोटिस जारी कर कार्रवाई रिपोर्ट तलब की है। अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को आगरा के डौकी क्षेत्र में सुनसान सड़क के किनारे योगिता गौतम (26)का शव पड़ा हुआ मिला, जिस पर चोट के निशान थे।
उन्होंने कहा कि मृतका की पहचान उसी दिन शाम को हुई। अधिकारियों के अनुसार मुरादाबाद के मेडिकल कालेज में योगिता का वरिष्ठ छात्र रहा आरोपी विवेक तिवारी उसे कथित तौर पर प्रताड़ित कर शादी करने का दबाव बना रहा था। सोशल मीडिया पर सामने आए कथित वीडियो के मुताबिक 30 वर्षीय तिवारी ने डॉक्टर की हत्या करने की बात स्वीकार कर ली है। इसमें उसने दावा किया कि दोनों करीब सात साल से रिश्ते में थे और हत्या को अंजाम मंगलवार को दोनों के बीच हुई बहस के बाद दिया।
आगरा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बबलू कुमार ने कहा, “यहां एस एन मेडिकल कालेज में एमडी की छात्रा डॉ. योगिता गौतम मंगलवार को लापता हो गई और उसका मोबाइल नंबर भी नहीं मिल रहा था, जिसके बाद उसके परिजनों ने स्थानीय पुलिस स्टेशन में इसकी सूचना दी। इसके बाद प्राथमिकी दर्ज की गई।” कुमार ने कहा, “परिवारवालों ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि जालौन मेडिकल कालेज में चिकित्सा अधिकारी डॉ विवेक तिवारी, योगिता को अक्सर फोन कर प्रताड़ित करता था और धमकी देता था।”
उन्होंने कहा कि आगरा पुलिस ने जालौन जिले की पुलिस से संपर्क कर आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तार किया। कुमार ने कहा कि योगिता के सिर और गले पर चोट के निशान दिखाई पड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि आरोपी से पूछताछ की जा रही है और मामले से जुड़े तथ्य जल्दी ही सामने आएंगे। सोशल मीडिया पर सामने आई एक वीडियो क्लिप में तिवारी कथित रूप से कह रहा है कि मंगलवार को वह, योशिता से मिलने जालौन से आया था और शाम करीब साढे़ छह बजे दोनों कार में बैठे थे तभी दोनों के बीच तीखी बहस हुई।
तिवारी ने कहा, ‘‘ मैंने उसका गला दबाया, लेकिन जब मुझे महसूस हुआ कि वह मरी नहीं है तब मैंने चाकू का इस्तेमाल किया जो मैं आमतौर पर अपने कार में रखता हूं, मैंने उसके सिर पर वार किया।’’ इस वीडियो में वह कहते हुए सुना जा सकता है कि उसने शव को सुनसान स्थान पर फेंक दिया।
तिवारी के मुताबिक उसने शव फेंकने के बाद उसे ढक दिया था। अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में एमएम गेट पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज कर आगे की जांच की जा रही है। उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह एवं सदस्य निर्मला दीक्षित ने बृहस्पतिवार को एसएनएमसी की छात्रा की निर्मम हत्या पर स्वत: संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को नोटिस जारी कर अब तक की गई कार्रवाई पर रिपोर्ट देने को कहा है। यह जानकारी जिला सूचना अधिकारी संजय कुमार त्रिपाठी ने दी।