कासगंज हिंसा: मौत की अफवाह उड़ाकर दंगा भड़काने की कोशिश, शख्स बोला जिंदा हूं मैं...
By कोमल बड़ोदेकर | Updated: January 30, 2018 11:36 IST2018-01-30T08:37:48+5:302018-01-30T11:36:38+5:30
राहुल ने बताया, मुझे समझ में आ गया था कि कुछ लोग दंगा भड़काने के लिए मेरा इस्तेमाल कर रहे थे। कहा जा रहा था कि हिंदुओं को मारा जा रहा है।

कासगंज हिंसा: मौत की अफवाह उड़ाकर दंगा भड़काने की कोशिश, शख्स बोला जिंदा हूं मैं...
उत्तर प्रदेश के कासगंज में भड़की हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। शांति बहाली के बावजूद कुछ इलाकों में हिंसा की खबर है। वहीं हिंसा में मारे गए चंदन गुप्ता के अलावा राहुल उपाध्याय नाम के शख्स की मौत की खबरें भी सामने आई थी लेकिन राहुल जिंदा है। अफवाहों का बाजार गर्म होने पर राहुल उपाध्याय ने मीडिया के सामने आकर यह स्पष्ट किया कि वह जिंदा है।
दरअसल, कुछ शरारती तत्वों ने सोशल मीडिया पर 24 वर्षीय राहुल उपाध्याय की मौत की अफवाह उड़ा दी थी। इसके बाद राहुल ने बताया कि शनिवार को मुझे फोन आया और मुझसे पूछा गया कि मैं जिंदा हूं या मेरी मौत हो गई। पहले मुझे काफी हैरानी हुई और मुझे लगा कि यह कोई मजाक होगा, लेकिन बाद में एक अन्य फोन कॉल आया, उसके बाद में और भी कई कॉल्स आए, सबने यही सवाल पूछा, तब मुझे समझ में आया कि कुछ तो गड़बड़ है।
One of my friends informed me of rumours on social media about me getting killed during #KasganjClashes, but I was not present in #Kasganj at the time of riots. I had gone to my village. I am absolutely fine:Rahul Upadhyay, the news of whose death was doing rounds in social media pic.twitter.com/ENj14gDbaW
— ANI UP (@ANINewsUP) January 30, 2018
कई लोगों ने राहुल को उसकी मौत की खबर के स्क्रीनशॉट भेजे। राहुल ने बताया, मुझे समझ में आ गया था कि कुछ लोग दंगा भड़काने के लिए मेरा इस्तेमाल कर रहे थे। कहा जा रहा था कि हिंदुओं को मारा जा रहा है। मैं तुरंत ही पुलिस स्टेशन गया और सारी बातें बताई।
गौरतलब है कि गणतंत्र दिवस पर विश्व हिन्दू परिषद, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, बजरंग दल समेत विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं द्वारा कासगंज के बड्डूनगर में मोटरसाइकिल रैली निकाले जाने के दौरान दो पक्षों के बीच पथराव और गोलीबारी हुई थी, जिसमें एक युवक की मौत हो गई थी तथा एक अन्य जख्मी हो गया था।