बदायूंःबदायूं जिले के मूसाझाग क्षेत्र में सोमवार को पुलिस पर लॉकडाउन का पालन कराने की आड़ में एक किसान के घर में घुसकर उसके तीन बच्चों को बुरी तरह पीटने का आरोप लगा।
मामले की जांच के आदेश देते हुए आरोपी सिपाही को निलम्बित कर दिया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार त्रिपाठी ने बताया कि मूसाझाग थाना इलाके के उतरना गाँव में पुलिस द्वारा सत्यपाल यादव नामक किसान के घर में घुसकर मारपीट किये जाने की शिकायत मिली है। इस मामले में आरोपी सिपाही काले सिंह को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि पुलिस क्षेत्राधिकारी—नगर जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव को मामले की जांच सौंपी गयी है। दोषी पाये जाने पर अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होगी। किसान सत्यपाल यादव ने बताया कि आज सुबह मौसम बिगड़ने पर वह अपने बेटे जितिन के साथ खेत से गेहूं और भूसा ट्रॉली में लाद कर घर लाया था। उसका बेटा और बेटियां ट्राली से भूसा उतार रही थीं, तभी वहां थाने का बीट सिपाही काले सिंह आ गया और सड़क पर ट्रॉली खड़ी देख कर सतपाल के परिवार को गाली देने के साथ ही डंडे से जितिन की पिटाई करने लगा।
उन्होंने बताया कि परिवार के लोगों के विरोध करने पर सिपाही वापस थाने चला गया और कुछ ही देर में जीप से अपने साथी पुलिसकर्मियों को साथ ले आया और जितिन को घर से बाहर खींच लिया। जब उसकी बहनें शिवानी (14) और शिवाली (18) जितिन को बचाने आईं तो उन दोनों को भी बुरी तरह से पीटा गया। इससे दोनों बहनें गम्भीर रूप से घायल हो गई। यादव ने बताया कि घटना की सूचना पर गांव के लोग भी लामबंद हो गए और पुलिस कर्मियों को घेर लिया। इस पर पुलिसकर्मी मौका देखकर भाग गये।
इस पूरे मामले पर बदायूं के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार त्रिपाठी ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आते ही उन्होंने तत्काल ही एसपी सिटी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव को मामले की जांच करने घटनास्थल पर भेजा। उनकी जांच रिपोर्ट आने के बाद जो भी दोषी हो पाया जाएगा उस पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा जांच का जिम्मा सौंपे जाने के बाद पुलिस क्षेत्राधिकारी—नगर जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवार के बयान दर्ज किये।