उत्तर प्रदेश: आलू चोरी के आरोप में गांव के मुखिया ने दो दलितों को बुरी तरह पीटा, पुलिस पर कार्रवाई ना करने का आरोप
By एएनआई | Published: January 22, 2020 02:25 PM2020-01-22T14:25:32+5:302020-01-22T14:25:32+5:30
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में कथित तौर पर दो दलितों को आलू चोरी करने आरोप में बुरी तरह पीटा गया है। गांव की पंचायत ने पीड़ितों पर 3000 रुपये का फाइन भी लगाया है।
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में कथित तौर पर दो दलितों को खेत से आलू चोरी करने के आरोप में बरोडा गांव के मुखिया ने उन्हें पूरी तरह पीट दिया। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी संतोष कुमार सिंह ने बताया, 'हमे इस घटना की जानकारी 10 जनवरी को मिली थी। प्रेम जाट, मीनू और राकेश ने कथित रूप से रिंकू नाम के शख्स के खेत से एक आलू की बोरी चुराई थी। मीनू और राकेश अनुसूचित जाति के हैं। इसके बाद गांव की पंचायत में दोनों की पीटाई की गई थी।'
हालांकि, मीनू और राकेश ने पुलिस को सूचना दी कि उन्होंने पुलिस में एफआईआर दर्ज नही करवाई थी, बल्कि गांव के उस व्यक्ति ने पुलिस में शिकायत की थी जो गांव के अगले मुख्य के चुनाव लड़ने जा रहा था।
पुलिस अधिकारी ने आगे बताया, 'जांच पड़ताल में पाया गया कि मीनू कुमार ने पुलिस में इस घटाना की शिकायत नहीं की थी बल्कि उसी के गांव के एक व्यक्ति ने एफआईआर दर्ज करवाई थी, जो गांव के अगले पंचायत चुनाव लड़ना चाहता था। उन्होंने कहा था कि हम इस मामले को सुलझाएंगे। हालांकि इसके बाद हमने घटना की जांच पड़ताल शुरू कर दी थी।'
वहीं, मीनू और राकेश ने बातया कि आलू की बोरी उन्होंने नहीं चुराई थी। इसके बावजूद उन्हें चोरी के झूठे आरोप में बुरी तरह पीटा गया। उन्होंने कहा कि यह चोरी प्रेम ने की थी। गांव के मुख्या ने प्रेम से हमें इस चोरी के आरोप में शामिल करने के लिए कहा था। हम बेगुनाह है लेकिन गांव के लोग ये मानने को तैयार नहीं है।
उन्होंने आगे बताया कि हमें बुरी से पीटा और हमारे कानों को पकड़वाकर हमें मुर्गा बना दिया था। उन्होंने हमारी वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर भी कर दी। गांव के कल्लू प्रधान और गब्बर प्रधान नाम के दो मुख्याओं ने हमें बुरी तरह पीटा है। उन्होंने हमसे 3000 रुपये फाइन देने के लिए भी कहा है। खबरों के मुताबिक, पीड़ितों ने पुलिस पर इस घटना की कर्रवाई ना करने का आरोप भी लगाया है।