उत्तर प्रदेश: बागपत जिला कारागार में कैदियों के बीच झड़प, चमचों को चाकू की तरह पैना कर किया हमला, एक बंदी की मौत
By भाषा | Published: May 3, 2020 05:41 AM2020-05-03T05:41:21+5:302020-05-03T05:41:21+5:30
बबलू व उसके साथियों के हाथों में चमचे लिये थे, जिनको आगे से पैना कर चाकू की शक्ल दे दी गई थी तथा एक सरिया जो कि आगे से नुकीला था। इन सभी ने चमचों व सरिये से हमला कर ऋषिपाल व उसके साथियों पर ताबड़तोड़ हमले शुरू कर दिए।
उत्तर प्रदेश स्थित बागपत जिला कारागार में शनिवार को बंदियों के दो गुटों के बीच हुए हिंसक संघर्ष में एक बंदी की मौत हो गयी जबकि एक अन्य गंभीर रूप से जख्मी हो गया। जिलाधिकारी शकुंतला गौतम और पुलिस अधीक्षक गोपेन्द्र यादव ने बताया कि मृतक बंदी का नाम ऋषिपाल है। घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिये गये हैं।
अधिकारियों ने बताया कि ऋषिपाल जेल की बैरक नंबर-21 में बंद था। बराबर वाली यानी बैरक नंबर-22 में आजीवन कारावास की सजा काट रहा बबलू कश्यप बंद है। बबलू कश्यप पहले मेरठ जेल में बंद था। वह करीब दस दिन पहले ही बागपत जेल में स्थानान्तरित हुआ है।
एसपी गोपेन्द्र यादव के अनुसार ऋषिपाल और बबलू के बीच विवाद की शुरुआत सुबह उस समय हुई, जब ऋषिपाल ने बबलू को पास के ही अहाते में गड्ढा खोदते देखा। उसने सोचा कि बबलू गड्ढे में कोई ज्वलनशील पदार्थ दबा रहा है। इस पर दोनों की आपस में कहासुनी हुई। उस समय जेल कर्मचारियों ने दोनों को शांत कर अपनी-अपनी बैरकों में वापस भेज दिया।
यादव ने बताया कि दोपहर करीब तीन बजे बैरक खुलने पर बबलू अपने पांच साथियों के साथ ऋषिपाल की बैरक में पहुंचा, जहां पर वह सो रहा था। पास में ही ऋषिपाल के पिता व अन्य भी सो रहे थे जो कि ऋषिपाल के साथ ही जेल में बंद थे। बबलू व उसके साथियों के हाथों में चमचे लिये थे, जिनको आगे से पैना कर चाकू की शक्ल दे दी गई थी तथा एक सरिया जो कि आगे से नुकीला था। इन सभी ने चमचों व सरिये से हमला कर ऋषिपाल व उसके साथियों पर ताबड़तोड़ हमले शुरू कर दिए।
हमले में ऋषिपाल गंभीर रूप से घायल हो गया। उन्होंने बताया कि सूचना पर जेल अधिकारी मौके पर पहुंचे और बंदियों को शांत कराया। घायल बंदी ऋषिपाल को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
एक अन्य बंदी अमित, जो कि ऋषिपाल का साढू है, गंभीर रूप से घायल हुआ है। उसका जिला जेल अस्पताल में इलाज चल रहा है। मृतक के पिता समेत दर्जन भर बंदियों को मामूली चोटें आईं हैं। उल्लेखनीय है कि बागपत जेल में बंद कुख्यात सुनील राठी ने पेशी पर आए मुन्ना बजरंगी की हत्या कर दी थी। अब इस मामले की सीबीआई जांच चल रही है।