UP: DJ निकालने से मना किया तो इमाम को मिली जान से मारने की धमकी, जामा मस्जिद भी उड़ाने का लगाया गया बैनर
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 8, 2022 03:07 PM2022-09-08T15:07:41+5:302022-09-08T15:21:24+5:30
मामले में पुलिस ने बताया कि पुरानी रंजिश के कारण आरोपी ने जामा मस्जिद को बम से उड़ाने और इमाम को गोली मारने की धमकी दी है।
लखनऊ:उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में किला थाना क्षेत्र स्थित जामा मस्जिद के इमाम को हटवाने के लिए बम से उड़ाने की धमकी भरा पर्चा चस्पां करने के आरोप में गुरुवार को सुबह एक युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। मामले में उसने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया है।
क्या है पूरा मामला
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने बताया कि बुधवार को सुबह छह बजे किला थाना क्षेत्र में जामा मस्जिद की दीवार पर धमकी भरा पर्चा चिपका हुआ था। इसमें मस्जिद को बम विस्फोट कर उड़ाने और मस्जिद के इमाम मुफ्ती खुर्शीद आलम को गोली मारने की धमकी दी गई थी।
आरोपी ने कबूल जुर्म
इसके बाद थाना किला में मुकदमा दर्ज किया गया था। उन्होंने बताया कि पुलिस ने आज सुबह इस मामले में किला क्षेत्र के रहने वाले मोहम्मद समद (25) को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने धमकी देने और पर्चा चिपकाने का जुर्म कबूल कर लिया है।
इस कारण दिया धमकी
आरोपी ने पुलिस को बताया कि मुफ्ती खुर्शीद आलम ने ईद पर निकलने वाले जुलूस में डीजे बजाने से मना किया था जिसे ले कर उनसे नाराजगी थी। उसने उन्हें मस्जिद से निकलवाने के लिए गोली मारने और बम से उड़ाने की धमकी दी थी।
मोहर्रम के ताजिया जुलूस में हुआ था पथराव
इससे पहले उत्तर प्रदेश के बरेली और वाराणसी जिलों में मोहर्रम के ताजिया के जुलूस निकालने के दौरान दो समुदायों के सदस्यों ने एक-दूसरे पर पथराव हुआ था जिसमें कई लोग घायल भी हो गए थे।
बरेली जिले के भोजीपुरा थाना क्षेत्र के एक गांव में मोहर्रम का जुलूस निकालने के दौरान दो समुदायों के लोगों में डीजे बजाने को लेकर विवाद हो गया था और दोनों पक्षों ने कथित रूप से एक-दूसरे पर पथराव किए थे। पथराव के कारण कुछ लोग घायल भी हो गए थे।
वहीं इस घटना की सूचना पर कई अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे थे और उन्होंने मामले को शांत कराया भी था। बरेली के पुलिस अधीक्षक एसपी सिंह ने बताया कि मोहर्रम का जुलूस मुस्लिम समाज द्वारा निकाला जा रहा था, जिसमें डीजे पर संगीत भी बजाया जा रहा था। इसका दूसरे समुदाय के लोगों ने विरोध किया। इस कारण यह विवाद हुआ था।