'बीजेपी MLA जेल के अंदर से फोन कर कहते हैं, जिंदा रहना है तो कोर्ट में बदलो बयान': उन्नाव रेप पीड़िता के परिवार का दावा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 30, 2019 12:31 PM2019-07-30T12:31:16+5:302019-07-30T14:29:23+5:30
रविवार 28 जुलाई को उन्नाव रेप पीड़िता के कार का एक्सीडेंट रायबरेली में हो गया था। जिसमें पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई है। वहीं पीड़िता और उसके वकील की हालात गंभीर है। उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्नाव रेप पीड़िता की दुर्घटना के मामले में आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और नौ अन्य लोगों के खिलाफ हत्या का एफआईआर दर्ज कर लिया है। ये एफआईआर में पीड़ित परिवार ने कई दावे किये हैं। एफआईआर में कहा गया है कि जेल के अंदर से आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर फोन कर धमकी देते हैं। पीड़िता के चाचा ने एफआईआर में कहा है कि जेल के अंदर से कुलदीप सेंगर धमकी भरे फोन कर कहते थे कि अगर जिंदा रहना चाहते हो तो कोर्ट में अपना बयान बदल लो वरना जान से हाथ धोना पड़ेगा। पीड़ित परिवार का आरोप है कि विधायक कुलदीप सेंगर ने ही एक्सीडेंट करवाया है। राज्य सरकार ने मामले की जांच को सीबीआई को सौंपने के लिए सिफारिश कर दी है। रविवार 28 जुलाई को उन्नाव रेप पीड़िता के कार का एक्सीडेंट रायबरेली में हो गया था। जिसमें पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई है। वहीं पीड़िता और उसके वकील की हालात गंभीर है। पीड़िता ने साल 2017 में उन्नाव के भाजपा विधायक सेंगर पर बलात्कार का आरोप लगाया था। इस मामले में सेंगर को गिरफ्तार किया गया था।
यूपी पुलिस ने भी दी थी केस में समझौता करने की सलाह: पीड़िता के चाचा ने किया दावा
एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि कुलदीप सिंह सेंगर के लोगों ने धमकी दी थी कि अगर उन्होंने केस में समझौता नहीं किया तो सभी को मौत के घाट उतार दिया जायेगा। इस बात की जब पुलिस से शिकायत की गई तो उन्होंने कहा, देखिये कुलदीप सिंह सेंगर एक विधायक हैं और बीजेपी के साथ हैं।' पीड़िता के चाचा ने आरोप लगाया कि पुलिस ने भी नौकरी के डर से उन्हें समझौता करने की सलाह दी थी। चाचा का आरोप है कि विधायक के लोग कहते हैं कि पूरी सरकार उनके साथ हैं।
यूपी पुलिस पर भी गंभीर आरोप
एफआईआर में कहा गया है कि 'कार दुर्घटना में लड़की को जान से मारने की साजिश थी। पीड़िता के चाचा की तरफ से दर्ज कराई गई एफआईआर में पुलिस ने बताया कि लड़की की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों ने उसके यात्रा प्लान की जानकारी बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर और उसके सहयोगियों तक पहुंचाई।
पीड़िता की मां ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान आरोप लगाया है कि यह हादसा नहीं बल्कि हम सबको खत्म करने की साजिश थी। पुलिस ने बताया, रायबरेली में हुए हादसे में रेप पीड़िता की दो महिला रिश्तेदारों की मौत के मामले में भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर समेत 10 लोगों के खिलाफ नामजद, तथा 15-20 अज्ञात लोगों पर आईपीसी की धारा 302 (हत्या), 307 (हत्या की कोशिश), 506 (डराने धमकाने), 120 बी (आपराधिक साजिश रचने) का मामला दर्ज किया गया है।
क्या था पूरा उन्नाव रेप केस का मामला
जून 2017 को पीड़िता ने आरोप लगाया था कि उन्नाव से बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने उसका रेप किया था। मामले में पहले तो यूपी पुलिस ने विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ एफआईआर लिखने से मना कर दिया था। लेकिन अप्रैल 2018 को पीड़िता ने विधायक के खिलाफ एफआईआर की मांग करते हुए लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास के बाहर आत्मदाह करने की कोशिश की। जिसके बाद मामले की जांच शुरू हुई। इसी बीच अप्रैल 2018 को पीड़िता के पिता की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई। जिसका आरोप भी विधायक पर लगा। मामले को बाद में सीबीआई को सौंपा गया। सीबीआई ने जुलाई 2018 में पहली चार्जशीट दाखिल की, जिसमें कुलदीप सेंगर को मुख्य आरोपी बनाया गया। जिसके बाद आरोपी विधायक को गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि बाद में आरोप विधायक को जमानत दे दी गई। इस केस में अभी अंतिम फैसला नहीं आया है।