दिल्ली की एक विशेष अदालत ने उन्नाव रेप केस पीड़िता की बहन का क्रॉस-एग्जामिनेशन गुरुवार को पूरा कर लिया। ये क्रॉस-एग्जामिनेशन पिछले साल पीड़िता के पिता के साथ मारपीट और न्यायिक हिरासत में मौत के मामले में था। साथ ही कोर्ट ने दिल्ली महिला आयोग (DCW) को पीड़िता और उसकी परिवार के लिए आवास की व्यवस्था करने के लिए भी 7 दिनों का वक्त दिया।
दरअसल, महिला आयोग ने कोर्ट को बताया कि उसने आवास की पहचान कर ली है लेकिन चीजों को अंतिम रूप देने के लिए उसे थोड़ा समय चाहिए। महिला आयोग ने इसके लिए सात दिनों की मांग की थी। बहरहाल, कोर्ट ने अगले आदेश तक एम्स के जेपीएन ट्रामा सेंटर को पीड़िता को अपने हॉस्टल में रखने की व्यवस्था करने को कहा है।
इससे पहले सितंबर में कोर्ट ने पीड़िता के पिता पर कथित हमले और न्यायिक हिरासत में उनकी मौत के मामले में एम्स के एक डॉक्टर का भी बयान दर्ज किया था। आरोप है कि बीजेपी से निष्कासित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के सहयोगियों ने पीड़िता के पिता को तीन अप्रैल 2018 को कथित तौर पर पीटा था और उन्हें गलत तरह से अवैध हथियार रखने के मामले में फंसाया गया। न्यायिक हिरासत में नौ अप्रैल को उनकी मौत हो गयी।