7वीं और 8वीं कक्षा की कई छात्राओं से यौन कदाचार?, शिक्षक पर गंभीर आरोप, चैट और वीडियो कॉल के माध्यम से अश्लील टिप्पणी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: August 20, 2025 21:25 IST2025-08-20T21:24:23+5:302025-08-20T21:25:17+5:30
मामले का संज्ञान लेते हुए रांची के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने मंगलवार रात जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) और जिला शिक्षा अधीक्षक (डीएसई) को जांच करने का निर्देश दिया।

सांकेतिक फोटो
रांचीः झारखंड के रांची जिला प्रशासन ने एक स्कूल की कई छात्राओं द्वारा एक शिक्षक पर यौन कदाचार का आरोप लगाने के बाद बुधवार को मामले की जांच शुरू कर दी है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि राज्य शिक्षा विभाग को एक गुमनाम पत्र मिला जिसमें छात्राओं की दुर्दशा और शिक्षक द्वारा चैट और वीडियो कॉल के माध्यम से की गई कथित अश्लील टिप्पणियों का विवरण दिया गया था। मामले का संज्ञान लेते हुए रांची के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने मंगलवार रात जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) और जिला शिक्षा अधीक्षक (डीएसई) को जांच करने का निर्देश दिया।
जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) विनय कुमार ने बताया, ‘‘डीएसई ने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की है। समिति ने बुधवार को रांची के रातू रोड स्थित स्कूल का दौरा किया। समिति की रिपोर्ट के आधार पर शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।’’ डीएसई बादल राज ने कहा कि उन्होंने स्वयं स्कूल का दौरा किया था, लेकिन आरोपी शिक्षक वहां मौजूद नहीं था।
डीएसई ने बताया, ‘‘आरोपी शिक्षक आज स्कूल में उपलब्ध नहीं था। हमने उसे नोटिस भेजकर कहा है कि या तो वह कल उपस्थित हो अन्यथा यह मान लिया जाएगा कि उसने सभी आरोप स्वीकार कर लिए हैं। इसलिए हमें इसके लिए कम से कम 48 घंटे का समय चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि समिति को विस्तृत जांच रिपोर्ट तैयार कर 48 घंटे में प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है।
राज ने कहा, ‘‘मैंने सुबह करीब 10 बजे स्कूल का दौरा किया और शिक्षकों और छात्रों, खासकर सातवीं और आठवीं कक्षा की छात्राओं से बातचीत की। हालांकि, शिक्षकों और छात्राओं ने ऐसा दिखावा किया जैसे उन्हें ऐसी किसी घटना की जानकारी ही नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि यह अल्पसंख्यक दर्जे वाला स्कूल है और स्कूल प्रबंधन समिति कोई भी निर्णय लेने के लिए अधिकृत है। राज ने कहा, ‘‘मैं केवल सिफारिश कर सकता हूं और मेरी सिफारिशें जांच रिपोर्ट पर आधारित होंगी।”