राजस्थान: अलवर में मॉब लिचिंग में गई युवक की जान, लकड़ी काटने आए तीन मुस्लिम युवकों को घेर भीड़ ने की जमकर पिटाई
By अंजली चौहान | Published: August 19, 2023 09:52 AM2023-08-19T09:52:00+5:302023-08-19T09:57:08+5:30
राजस्थान के अलवर जिले में लकड़ी काटने के दौरान भीड़ ने तीनों की पिटाई कर दी।
अलवर: राजस्थान के अलवर में मॉब लिचिंग का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि तीन मुस्लिम युवकों को भीड़ ने घेर लिया और उन्हें जमकर पीटा।
बेरहमी से पिटाई के कारण एक शख्स की उसमें से मौत हो गई। वहीं, अन्य दो गंभीर रूप से घायल है जिनका इलाज जारी है।
गौरतलब है कि तीन मुस्लिम युवक एक वाहन में सवार थे और उस वाहन को दर्जनों की भीड़ वाले लोगों ने रोका और युवकों की पिटाई करनी शुरू कर दी।
क्या है पूरा मामला?
मृतक की पहचान वसीम के रूप में हुई है। मृतक शख्स के पिता द्वारा घटना की शिकायत पुलिस थाने में दर्ज कराई गई है। शिकायत के अनुसार, घटना गुरुवार रात की है। जब उनका बेटा और दो अन्य शख्स लकड़ी काटने के लिए रामपुर इलाके में गए थे।
शिकायत में कहा गया है कि स्थानीय लोगों ने पुलिस और वन विभाग को सूचित किया और उन्होंने आकर तीनों की पिटाई की। शुक्रवार को इलाज के दौरान वसीम ने दम तोड़ दिया। पुलिस ने बताया कि तीनों पर आरोप है कि वे अवैध रूप से लकड़ी काट रहे थे। शिकायत मिलने पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची।
अतिरिक्त एसपी जगराम मीना ने कहा कि हमें नारोल गांव में मॉब लिंचिंग की सूचना मिली और पुलिस मौके पर पहुंची। आरोपी मौके से भाग गए थे। घायलों को अस्पताल ले जाया गया और इलाज के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई। हमने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है और आगे की जांच कर रहे हैं।
#WATCH | Alwar, Rajasthan: "We got information about mob lynching in Narol village and Police reached the spot. The accused had fled the spot. The injured were taken to hospital and one person succumbed to death during the treatment. We have taken few people into custody, and… pic.twitter.com/ZA9VNvYcAu
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) August 19, 2023
वन अधिकारी हिरासत में
पुलिस के अनुसार, चार वन अधिकारियों को हिरासत में रखा गया है। इसके अलावा, छह ग्रामीणों को भी हिरासत में लिया गया है जिनमें एक जेसीबी चालक भी शामिल है।
फिलहाल उनसे पूछताछ चल रही है और प्रक्रिया पूरी होने के बाद उचित गिरफ्तारियां की जाएंगी। प्रारंभिक संकेतों से पता चलता है कि घटना किसी विशेष जाति या धार्मिक कारकों से जुड़ी नहीं है।
चश्मदीद आसिफ ने बताई वारदात
वसीम के साथ उस वक्त उसका दोस्त आसिफ भी मौजद था जिसे गंभीर चोटे आई है। आसिफ ने पुलिस को बताया कि जब वह लोग घर की ओर लौट रहे थे तब उनके पीछे वन विभाग की जीप लग गई थी।
जीप में सात से आठ लोग मौजूद थे और उन्होंने फोन करके आगे जेसीबी लगवा कर गाड़ी को रुकवा लिया। इसके बाद कुछ लोगों ने असीफ और उसके दोनों दोस्तों को पकड़ लिया और उनके साथ मारपीट करने लगे। इस घटना में लोगों ने उन्हें इतना मारा की वह बेहोश हो गए।