Raja-Sonam Raghuvanshi Case: सोनम रघुवंशी के 'बॉयफ्रेंड' राज कुशवाह समेत 3 को शिलांग हनीमून के दौरान उनके पति की हत्या के आरोप में हिरासत में लिया गया
By रुस्तम राणा | Updated: June 9, 2025 16:29 IST2025-06-09T16:29:55+5:302025-06-09T16:29:55+5:30
पुलिस के बयान में कहा गया है, "लगातार जांच प्रयासों और कई राज्यों के बीच समन्वय के बाद, इस मामले के संबंध में तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनमें से दो इंदौर (मध्य प्रदेश) और एक ललितपुर (उत्तर प्रदेश) से हैं।

Raja-Sonam Raghuvanshi Case: सोनम रघुवंशी के 'बॉयफ्रेंड' राज कुशवाह समेत 3 को शिलांग हनीमून के दौरान उनके पति की हत्या के आरोप में हिरासत में लिया गया
Raja-Sonam Raghuvanshi Case: मेघालय पुलिस ने शुक्रवार दोपहर प्रेस नोट जारी कर इंदौर के व्यापारी राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में तीन लोगों को हिरासत में लिया है। राजा रघुवंशी की पत्नी सोनम का प्रेमी बताया जा रहा राज कुशवाह हिरासत में लिए गए लोगों में शामिल है।
पुलिस के बयान में कहा गया है, "लगातार जांच प्रयासों और कई राज्यों के बीच समन्वय के बाद, इस मामले के संबंध में तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनमें से दो इंदौर (मध्य प्रदेश) और एक ललितपुर (उत्तर प्रदेश) से हैं।
ये गिरफ्तारियां राजा रघुवंशी की दुखद मौत और उसके बाद उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी के लापता होने की परिस्थितियों को उजागर करने में एक निर्णायक घटनाक्रम है।" इंदौर के अतिरिक्त डीसीपी (क्राइम ब्रांच) राजेश दंडोतिया ने भी प्रेस वार्ता के दौरान तीनों को हिरासत में लिए जाने की पुष्टि की।
उन्होंने बताया कि इंदौर और मेघालय पुलिस के संयुक्त अभियान में तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। संदिग्धों की पहचान राज कुशवाह, विशाल चौहान और आकाश राजपूत के रूप में हुई है, जिनमें से दो नंदबाग, इंदौर के रहने वाले हैं जबकि एक ललितपुर (यूपी) का रहने वाला है। एक अन्य आरोपी की तलाश जारी है।
इंदौर के रहने वाले दंपति शिलांग में अपने हनीमून पर थे, जब वे 23 मई को पूर्वी खासी हिल्स में लापता हो गए। पति राजा रघुवंशी का शव जंगलों में मिला, जबकि पत्नी सोनम का पता नहीं चल सका।
17 दिनों तक 'लापता' रहने के बाद, सोनम आखिरकार रविवार और सोमवार की दरम्यानी रात को गाजीपुर में मिली। उत्तर प्रदेश के एडीजी अमिताभ यश ने बताया कि सोनम ने अपने भाई से रात 2 बजे संपर्क किया और बताया कि वह बनारस-गाजीपुर मुख्य मार्ग पर काशी ढाबा पर है।
एडीजी ने बताया कि पुलिस ने उसे ढाबा से बरामद किया और मेडिकल जांच के लिए अस्पताल ले गई। फिर उसे वन-स्टॉप सेंटर भेज दिया गया। यहां से उसे शिलांग भेजा जाएगा और पूरी जांच मेघालय पुलिस करेगी।
एडीजी यश ने पुष्टि की कि गाजीपुर पहुंचने के बाद मामले को आधिकारिक तौर पर सभी औपचारिक दस्तावेजों के साथ मेघालय पुलिस को सौंप दिया जाएगा। मामले की जांच के लिए मेघालय पुलिस पहले से ही इंदौर में थी।