ट्यूशन टीचर ने मांगलिक दोष दूर करने के लिए नाबालिक लड़के से रचाई झूठी शादी, फिर हुई विधवा, जालंधर का अजीबोगरीब मामला
By विनीत कुमार | Published: March 18, 2021 03:05 PM2021-03-18T15:05:12+5:302021-03-18T15:21:09+5:30
पंजाब के जालंधर में एक शिक्षिका ने मांगलिक दोष दूर करने के लिए अपने ही स्टूडेंट के साथ झूठी शादी की। हल्दी से लेकर सुहाग रात तक हर रस्म निभाई गई।
आज के समय में भी अंधविश्वास कितना फैला हुआ है, इसकी एक बानगी पंजाब में देखने को मिली है। दरअसल, जालंधर में एक शिक्षिका ने अपनी कुंडली में 'मांगलिक दोष' को दूर करने के लिए 13 साल के अपने नाबालिग स्टूडेंट से विवाह कर लिया। घटना जालंधर के बस्ती बावा खेल एरिया की है।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार मामले के तूल पकड़ने के बाद महिला ने पुलिस को बताया कि उसका परिवार उसकी शादी नहीं हो पाने से चिंतित था। इसके पीछे उसकी कुंडली में 'मांगलिक दोष' बताया गया। पुजारी ने सुझाव दिया था कि इस दोष से मुक्ति के लिए उसे किसी नाबालिग से सांकेतिक तौर पर शादी करनी होगी।
ट्यूशन पढ़ता था छात्र, जिससे हुई शादी
पुजारी के सुझाव के बाद शिक्षिका ने 13 साल के एक लड़के को अनुष्ठान के लिए चुना जो उससे ट्यूशन पढ़ता था। शिक्षिका ने अपने अनुष्ठान को अंजाम देने के लिए लड़के के माता-पिता को ये कहा कि ट्यूशन के लिए वह उसे अपने घर एक हफ्ते के लिए रखने वाली है।
मामला उस समय सामने आया जब लड़का वापस अपने घर पहुंचा और पूरी बात अपने परिवार वालों को बताई। इसके बाद लड़के के माता-पिता ने फौरन पूरे मामले की जानकारी पुलिस को दी।
हल्दी से लेकर सुहागरात तक, हर रस्म निभाई गई
पुलिस को दी गई शिकायत में कहा गया है कि शिक्षिका के परिवारवालों ने जबरन शादी की हर रस्म लड़के के साथ निभाई। इसमें हल्दी-मेहंदी से लेकर सुहागरात तक शामिल रहे। बाद में शिक्षिका ने अपनी चूड़ी तोड़ खुद को विधवा घोषित किया। इसके बाद परिवार ने अनुष्ठान को पूरा करने के लिए एक शोक सभा भी रखी।
बात खुलने के बाद शिक्षिका और उसका परिवार भी पुलिस के पास पहुंचे और मामले को रफा-दफा करने का प्रयास किया गया। साथ ही लड़के के परिवार वालों पर भी शिकायत वापस लेने के दबाव बनाए गए।
बस्ती बावा खेल पुलिस स्टेशन के इंचार्ज गगनदीप सिंह ने पुष्टि की है कि पुलिस को ऐसी शिकायत मिली थी। हालांकि, बाद में दोनों पक्षों के बीच विवाद को लेकर सुलह हो गया। हालांकि सीनियर पुलिस अधिकारियों ने पूरे मामले को गंभीरता से लिया है और जांच की जा रही है।
जालंधर के डीएसपी गुरमीत सिंह ने कहा है कि नाबालिग बच्चे को जबरन अपने पास रखना गैरकानूनी थी। बहरहाल, अभी शिक्षिका और उसके परिवारवालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है और मामले की जांच जारी है।