पुणेः पुणे की ग्रामीण पुलिस ने एक ऐसे अंतरराज्यीय गिरोह का खुलासा किया है जिसने शादी के नाम पर एक - दो नहीं बल्कि लगभग 50 परिवारों के साथ आर्थिक और भावनात्मक धोखाधड़ी की है.
पुलिस ने 25 से 35 वर्ष की 9 महिलाओं के साथ दो पुरुषों को भी गिरफ्तार किया है. ये बकायदा परिवार बनकर लोगों से संपर्क करते थे शादी की पूरी योजना बनाते और काम पूरा हो जाने के बाद नकदी, गहनें और कीमती सामान लेकर फरार हो जाते थे.
रैकेट पुणे ग्रामीण पुलिस की स्थानीय अपराध शाखा (एलसीबी) द्वारा एक मामले की जांच के बाद प्रकाश में आया, जिसमें जनवरी के तीसरे सप्ताह में शादी से पहले एक आदमी से 2.4 लाख रु पए लिए गए थे. वाघोली की रहने वाली ज्योति पाटिल, जो कथित तौर पर गैंग की मुखिया है ने मवाल में रहने वाले एक व्यक्ति से संपर्क किया.
उसने व्यक्ति से कहा कि एक गरीब परिवार की महिला उससे शादी करने के लिए तैयार है. हालांकि फरवरी के पहले हफ्ते में पुरुष के परिवार के सदस्यों ने पुलिस को सूचित किया कि वह जिस महिला से शादी करने वाला था, वह घर से नकदी चोरी करके भाग गई है. महिला और उसके दोस्तों को अपराध शाखा द्वारा हिरासत में लेने के बाद उन्होंने पाया कि महिला पहले से ही दो बच्चों की मां और शादीशुदा थी.
कई राज्यों में फैलाया जाल पुलिस का कहना है कि गिरोह में शामिल महिलाओं ने महाराष्ट्र, गुजरात और कर्नाटक में 50 से अधिक परिवारों में शादी की. एक जगह से काम बन जाने के बाद पूरा गिरोह इतनी दूर भाग जाया करता था कि उनका कुछ अता- पता नहीं मिलता था. गिरफ्तार आरोपियों ज्योति पाटिल (35), विद्या खांडले (27), महानल कासले (39), रूपाली बनपट्टे (37), कलावती बनपट्टे (25), सारिका गिरि (33), स्वाति साबले (24), मोना सालुंके (28) और पायल साबले (28) के तौर पर हुई है.
पुलिस को बताएं गिरोह ने पांच पुरु षों को धोखा देने की बात कबूली है, लेकिन पुलिस का कहना है कि उनके पास यह मानने के कारण हैं कि कई और लोगों के साथ भी ऐसा हुआ होगा. पुणे ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक अभिनव देशमुख ने एक अपील की है कि जिन लोगों के साथ धोखाधड़ी हुई है वे आगे आएं और पुणे ग्रामीण एलसीबी से संपर्ककरें. इंस्पेक्टर पद्माकर घणावत की अगुवाई वाली टीम ने मामले की गहराई से छानबीन कर रही है.