नोबेल स्कैंडल: 72 वर्षीय ज्यां क्लाउड अरनॉल्ट ने महिला का किया था दो बार रेप, जानें कैसे साबित हुआ दोष
By पल्लवी कुमारी | Published: October 1, 2018 06:55 PM2018-10-01T18:55:39+5:302018-10-01T18:56:43+5:30
इन सभी आरोपों ने अकादमी की विश्वसनीयता एवं निर्णय पर सवाल खड़े कर दिए हैं और इस विवाद ने चर्चा छेड़ दी है कि इसकी खामियों का सामना कैसे किया जाएगा।
कोपनहेगन, एक अक्टूबर: नोबेल पुरस्कार देने वाली स्वीडिश अकादमी की साहित्य पुरस्कार देने वाली कमेटी के सदस्य के पति और प्रसिद्ध फोटोग्राफर ज्यां-क्लाउड अर्नोल्ट को बलात्कार का दोषी पाया गया है। अर्नोल्ट को सोमवार को साल 2011 में एक महिला से दो बार बलात्कार करने के लिए दो साल की सजा सुनायी गयी है।
फ्रांसीसी नागरिक ज्यां-क्लाउड अर्नोल्ट को स्वीडन के सांस्कृतिक जगत का बड़ा चेहरा माना जाता है। अर्नोल्ट को बलात्कार के एक मामले में दोषी माना गया जबकि दूसरे में उसका अपराध साबित नहीं हो सका।
स्टॉकहोम डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने कहा कि फैसला सर्वसम्मति से लिया गया। जज गुदरुन अंटेमर ने कहा कि इस मामले में अदालत की भूमिका यह थी कि क्या अभियोजन पक्ष तर्कसंगत तरीके से आरोपों को साबित कर पाया है। उन्होंने कहा, “अदालत इस निष्कर्ष पर पहुंची है कि आरोपी को एक घटना का दोषी माने जाने के लिए पर्याप्त साक्ष्य हैं।” स्वीडन में बलात्कार के लिए न्यूनतम दो साल और अधिकतम छह साल कैद की सजा का प्रावधान है।
नोबेल अवार्ड देने वाली अकादमी की छवि की खराब
अर्नोल्ट ने इन आरोपों से इनकार किया है, जिसने प्रतिष्ठित अकादमी की छवि को धूमिल कर दिया है। इसके चलते सात सदस्यों को अकादमी छोड़ने के लिए मजबूर किया गया या वह अप्रैल में अकादमी छोड़ देंगे। मई में अकादमी ने साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार नहीं देने की घोषणा की थी।
इसके अलावा अर्नोल्ट पर 1996 से लेकर अबतक कथित तौर पर सात बार इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के विजेताओं के नाम उजागर कर एक सदी पुराने नोबेल नियमों का उल्लंघन करने का भी संदेह है। इन सभी आरोपों ने अकादमी की विश्वसनीयता एवं निर्णय पर सवाल खड़े कर दिए हैं और इस विवाद ने चर्चा छेड़ दी है कि इसकी खामियों का सामना कैसे किया जाएगा। साथ ही आलोचकों का कहना है कि नामांकन प्रक्रिया में लैंगिक पूर्वाग्रह गहरे तक पैठ बनाये हुए है।
18 महिलाओं ने लगाया था आरोप
साल 2017 में 18 महिलाओं ने स्वीडिश अखबार को आकर इंटरव्यू दिया, जिसमें उन्होंने ज्यां क्लाउड अरनॉल्ट पर रेप और यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया। इन महिलाओं ने #meetoo के कैम्पेन के तहत ये बातें कही थी। बाद में इन सभी कथित घटनाओं से इंकार कर दिया गया था। इन सभी मामलों में बस एक मामला छोड़ दिया गया था।
इस साल अप्रैल में, स्वीडिश सांस्कृतिक संगठन ने वकीलों के माध्यम से न्यायिक अधिकारियों को आयोजित एक आंतरिक रिपोर्ट सौंपी। उसी महीने, उसने 18 व्यक्तियों की समिति से अर्नाल्ट की पत्नी, कवि और लेखक कैटरीना फ्रॉस्टेंसन को हटाने के खिलाफ मतदान किया था। जिसके बाद ये केस आगे बढ़ा।
सेक्स स्कैंडल की वजह से 2018 में साहित्य के क्षेत्र नहीं दिया जाएगा नोबेल पुरस्कार
मई 2018 में स्वीडिश एकेडमी जारी बयान में कहा था कि सेक्स स्कैंडल की वजह से 2018 में साहित्य के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार की घोषणा नहीं की जाएगी। एकेडमी ने यह भी कहा था कि संगठन यौन वित्तीय घोटाले में फंस गया है। इसलिए इस साल साहित्य के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार नहीं दिया जाएगा।
स्वीडिश एकेडमी ने कहा था कि हम ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि अरनॉल्ट के खिलाफ यौन उत्पीड़न के सिलसिलेवार आरोप लगे हैं। गौरतलब है कि अरनॉल्ट स्वीडन में सांस्कृतिक क्षेत्र में काफी मशहूर नाम हैं। अरनॉल्ट एकेडमी की सदस्य और कवि कटरीना फ्रोस्टेसन के पति हैं।
75 साल में हुआ ऐसा पहली बार
कटरीना समेत एकेडमी के अन्य छह सदस्यों ने यौन उत्पीड़न के मामले सामने आने के बाद के संस्थान से इस्तीफा दे दिया है। गौरतलब है कि पिछले 75 सालों में ऐसा पहली बार होगा जब जूरी इस साल साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार नहीं दिया जाएगा। एकेडमी के मुताबिक 2018 के साहित्य में नोबेल विजेता घोषणा 2019 के विजेता के साथ की जाएगी।
(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट)