नई दिल्ली: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने देश को तोड़ने के ख्याल से बनाये गए 'सिख फॉर जस्टिस' नामक संस्था के द्वारा चंदे के लिए व खालिस्तान के समर्थन में जनमत कराने के लिए शुरू किए गए करीब 40 वेबसाइट पर बैन लगा दिया है। केंद्र सरकार ने इस संस्था को भी देशद्रोह की गतिविधियों में पाए जाने के बाद UAPA तहत अवैध घोषित कर दिया है।
'सिख फॉर जस्टिस' नाम के संगठन ने समर्थन जुटाने के लिए कैंपन लॉन्च किया था। इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय को इस बारे में जैसे ही जानकारी हुई तो मंत्रालय ने इससे जुड़ी 40 वेबसाइट्स को ब्लॉक करने के आदेश दिए।
कौन चलाता है भारत विरोधी यह संगठन-
बता दें कि खालिस्तान समर्थक संगठन का स्वयंभू मुखिया गुरपतवंत सिंह पन्नू है। इसके खिलाफ हरियाणा पुलिस ने देशद्रोह और अलगाववाद के आरोप में केस दर्ज किया है।
यही नहीं केंद्र सरकार पहले ही पन्नू को आतंकी घोषित कर दिया है और सिख फॉर जस्टिस पर भी प्रतिबंध लगाए हैं। लंबे समय से पन्नू को भारत लाने की मांग भी की जा रही है।
ये वो लोग हैं, जो पंजाब में आतंकवाद को प्रोत्साहित करने के लिए विदेशी धरती से अलग-अलग गतिविधियों में शामिल थे।
अमेरिका में रहकर पन्नू चलाता है भारत विरोधी एजेंडा-
मिल रही जानकारी के मुताबिक, पन्नू अमेरिका से ही भारत विरोधी एजेंडा चलाता है। कई वेबसाइट, वॉट्सऐप ग्रुप और सोशल मीडिया के जरिए वह लोगों को बरगलाने की कोशिश करता रहता है।
खालिस्तान का समर्थन करने वाला पन्नू, जिसके बारे में हाल ही में प्रदेश के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा था कि वह पंजाब में आतंकवाद को उत्साहित करने में सक्रिय तौर पर शामिल था, को ग्रह मंत्रालय ने यूएपीए अधीन आतंकवादी के तौर पर नामजद 9 लोगों की लिस्ट में शामिल किया है।