एफडीए का छापा, 41 लाख की यूनानी दवा जब्त, 5999 रुपए वाले स्टीकर्स भी बरामद
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 20, 2021 02:51 PM2021-02-20T14:51:00+5:302021-02-20T14:51:44+5:30
एफडीए के सहायक आयुक्त (औषधि) पुष्पहास बल्लाल को कुछ दिनों पहले बीड़ीपेठ स्थित एनएनसी मार्केटिंग प्रा. लि. कंपनी में हैदराबाद से बिना लेबल वाली आयुर्वेदिक और यूनानी दवाओं का स्टॉक आने की सूचना मिली थी.
नागपुरः अन्न व औषधि प्रशासन विभाग (एफडीए) की टीम ने एनएनसी कंपनी के गोदाम और कार्यालय पर छापा मारकर 41 लाख की आयुर्वेदिक व यूनानी दवाइयों सहित स्टीकर जब्त किए हैं.
यह कार्रवाई शुक्रवार की सुबह 10.30 बजे हुई. एफडीए के सहायक आयुक्त (औषधि) पुष्पहास बल्लाल को कुछ दिनों पहले बीड़ीपेठ स्थित एनएनसी मार्केटिंग प्रा. लि. कंपनी में हैदराबाद से बिना लेबल वाली आयुर्वेदिक और यूनानी दवाओं का स्टॉक आने की सूचना मिली थी. इन दवाओं की बोतलों पर बीड़ीपेठ कार्यालय में ही मनमानी कीमत वाले लेबल लगाए जाने की जानकारी थी.
जिसके बाद बल्लाल ने कंपनी के बीड़ीपेठ कार्यालय और नरसाला स्थित गोदाम पर नजर रखी. शुक्रवार को निरीक्षक शहनाज ताजी, मोनिका धवड़ और स्वाति भरडे सहित टीम ने गोदाम और कार्यालय पर दबिश दी. कंपनी के भागीदार विजय तंदुलकर से पूछताछ की गई. जांच में लाखों रुपए की दवाइयां कच्चे बिल पर मंगवाने का पता चला.
छोटी-बड़ी दवा की बोतलों पर संबंधित दवाई की जानकारी और कीमत वाला लेबल ही नहीं था. इन बोतलों पर कार्यालय में ही मनमानी लेबल चिपकाकर दवा की बिक्री जाती थी. दवाइयों के साथ ही लेबल और स्टीकर भी जब्त किए गए. अनेक दवा बोतलों पर एमआरपी कीमत 5 हजार 999 रुपए दर्ज होने से एफडीए के अधिकारी भी चकरा गए.
देश की बड़ी प्रसिद्ध कंपनियों की भी इतनी महंगी दवाइयां नहीं होती हैं. कनेक्शन की जांच कर रहे सहायक आयुक्त (औषधि) बल्लाल ने बताया कि यह दवाइयां हैदराबाद से मंगवाने की जानकारी मिली है. इसके हैदराबाद कनेक्शन को भी खंगाला जा रहा है. अनेक दवा बिना लेबल और कुछ दवाइयों के छोटे-बड़े लेबल पर दर्ज एमआरपी आश्चर्यजनक है.