नागपुरः डेकाटे गैंग पर कार्रवाई, एक शख्स ने दी थी जान, रेस्टारेंट संचालक को जिंदा जलाने का किया था प्रयास, जानें मामला
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: February 10, 2021 07:25 PM2021-02-10T19:25:36+5:302021-02-10T19:26:34+5:30
नागपुर का मामलाः क्राइम ब्रांच ने राकेश डेकाटे, उसके भाई मुकेश डेकाटे, साथी महेश उर्फ गणेश साबणे तथा मदन काले के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
नागपुरः बिल्डर को तीन लाख रुपए का कर्ज देकर करोड़ों की संपत्ति हड़पने वाले राकेश डेकाटे और उसके साथियों की शहर में इस कदर दहशत थी कि एक व्यक्ति को खुदकुशी तक करनी पड़ी थी.
उसकी विधवा पत्नी ने क्राइम ब्रांच के पास डेकाटे और उसके साथियों की शिकायत दर्ज कराई है. पांच दिनों की पड़ताल में ही पुलिस के पास डेकाटे गैंग के खिलाफ चार शिकायत प्राप्त हुई हैं. ज्ञात हो कि क्राइम ब्रांच ने राकेश डेकाटे, उसके भाई मुकेश डेकाटे, साथी महेश उर्फ गणेश साबणे तथा मदन काले के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
राकेश, गणेश और मदन पुलिस की हिरासत में है. आरोपियों ने विवेकानंद नगर निवासी मोहन दाणी को 2010 में 3 लाख रुपए 10 प्रतिशत ब्याज पर दिए थे. इसके पहले भी 2 लाख रुपए दिए थे. कर्ज लेने के बाद दाणी बेटे के पास अमेरिका चले गए थे. वहां से लौटने के बाद आरोपी उनसे 8 लाख रुपए मांगने लगे.
राकेश ने हिंगणा स्थित दाणी के मालिकी की 7.8 हेक्टेयर जमीन अपने भाई महेश के नाम पर कर दी थी. दस्तावेज मांगने पर अगवा करके घाट रोड स्थित कार्यालय में बंधक बनाकर पिटाई की. मकान के दस्तावेज लेकर कोरे स्टाम्प पेपर पर हस्ताक्षर भी ले लिए.
क्राइम ब्रांच ने राकेश और साथियों को गिरफ्तार कर लिया
दाणी की शिकायत मिलते ही 31 जनवरी को क्राइम ब्रांच ने राकेश और उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया. राकेश डेकाटे के खिलाफ शहर में 25 से अधिक मामले दर्ज हैं. गुंडागर्दी की वजह से उसकी शहर में दहशत है. इसकी आड़ में वह अवैध साहूकारी करता था. राकेश के साथ गणेश साबणे भी उसके गिरोह की कमान संभालता है.
राकेश और उसके साथियों की यातनाओं से त्रस्त होकर एक व्यक्ति ने काफी समय पहले खुदकुशी की थी. क्राइम ब्रांच की कार्रवाई के बाद उस महिला ने शिकायत दर्ज करने की हिम्मत जुटाई है. इसी तरह अपना विरोध किए जाने पर कु्रद्ध डेकाटे गैंग ने गांधी नगर के एक रेस्टारेंट संचालक को पेट्रोल छिड़क कर जिंदा जलाने का प्रयास किया था.
पीड़ित रेस्टारेंट छोड़कर ही चला गया था
जिसके बाद पीड़ित रेस्टारेंट छोड़कर ही चला गया था. इसी तरह की दहशत के चलते डेकाटे गैंग के पीडि़त पुलिस से शिकायत दर्ज कराने की हिम्मत नहीं जुटा पाते थे. राकेश और गणेश बजाज नगर थाने के तहत करोड़ों की जमीन पर कब्जा करनेवाले एक चर्चित नेता से जुड़े हुए हैं.
सूत्रों के अनुसार इस नेता के इशारे पर ही राकेश और गणेश गुंडागर्दी तथा अवैध साहूकारी करते थे. शनिवार को क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़ते ही इस नेता ने अपने गुर्गों के माध्यम से पुलिस जांच को प्रभावित करने का प्रयास किया था. उसने पुलिस के राकेश के घर में जबरन प्रवेश कर मारपीट किए जाने का प्रचारित किया था.
लेकिन पुलिस की सख्ती के चलते नेता और आरोपियों की दाल नहीं गल पाई. बुधवार को अदालत में पेशी के दौरान भी डेकाटे गैंग से जुड़े कई सफेदपोश अदालत में आए थे. पुलिस ने राकेश और उसके साथियों को आज अदालत में पेश कर उनकी हिरासत 13 फरवरी तक बढ़ा ली.
मकोका के तहत कार्रवाई की मांगः क्राइम ब्रांच की कार्रवाई के बाद भी डेकाटे गैंग के पीडि़त चिंतित हैं. उनका कहना है कि इस गैंग को एक चर्चित नेता और गुंडों का संरक्षण हासिल है. वह क्राइम ब्रांच की कार्रवाई के बाद भी आरोपियों से जुड़े लोगों को बचाने और पीडि़तों को शांत कराने में जुटे हुए हैं. उन्होंने आरोपियों की मदद से कई लोगों की संपत्ति पर कब्जा किया है.
अपना भेद नहीं खुलने देने के लिए वे आरोपियों को मदद कर रहे हैं. मकोका की कार्रवाई करके आरोपी और उनके साथियों को सबक सिखाया जा सकता है. पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार की पहल पर क्राइम ब्रांच द्वारा की गई इस कार्रवाई से पीडि़तों को न्याय मिलने की उम्मीद बंधी है.
संचालित किए जाते हैं जुआः अड्डे बताया जाता है कि आरोपी बजाज नगर थाना परिसर और सीताबर्डी थाने के तहत अमरावती मार्ग स्थित एक अपार्टमेंट की छत पर जुए का अड्डा चलाते थे. इन अड्डे पर रोज लाखों रुपए की हार-जीत होती थी. नेता और चर्चित लोगों की यहां आवाजाही होने से जुए के पेशेवर खिलाड़ी भी यहां आते थे. राकेश और उसके साथियों ने ठगी से करोड़ों रुपए की संपत्ति बनाई है. आर्थिक एजेंसी से जांच कर उनकी संपत्ति भी जब्त की जा सकती है.