मुजफ्फरपुर कांड: समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के बचाव में आए सुशील कुमार मोदी
By एस पी सिन्हा | Published: August 6, 2018 08:56 PM2018-08-06T20:56:08+5:302018-08-06T20:56:08+5:30
सीपी ठाकुर ने फिर से मंजू वर्मा के इस्तीफे की मांग की है तो वहीं उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी और मुख्यमंत्री ने उनका बचाव किया है।
पटना, 6 अगस्त: बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित बालिका अल्पवास गृ्ह दुष्कर्म और यौन शोषण मामले को लेकर सवालों के घेरे में आईं सूबे की समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा को लेकर जहां एक ओर विपक्ष हमलावर है तो वहीं उनके इस्तीफे की मांग को लेकर भाजपा में भी दो फाड नजर आने लगा है। एक ओर जहां भाजपा के वरिष्ठ नेता व सांसद डा। सीपी ठाकुर ने फिर से मंजू वर्मा के इस्तीफे की मांग की है तो वहीं उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी और मुख्यमंत्री ने उनका बचाव किया है।
उल्लेखनीय है कि इस मामले में आरोपों का सामना कर रही सामाजिक कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के इस्तीफे की मांग करते हुए भाजपा नेता डा। सीपी ठाकुर ने कहा कि ये कैसे हो सकता है कि इतनी बडी घटना हो गई और मंत्री को कुछ पता न हो? वह मंत्री किस चीज के लिये हैं, केवल साइन करने के लिये? वहीं, भाजपा के एक और वरिष्ठ नेता व सांसद गोपाल नारायण सिंह ने भी की है और कहा है कि नैतिकता के आधार पर मंत्री मंजू् वर्मा को इस्तीफा दे देना चाहिए। फिर जब जांच के बाद उन्हें क्लीन चिट मिल जाए तो वापस आ जाएं।
वहीं, विपक्ष के साथ ही अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के आरोपों पर बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने पलटवार किया है। सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड सामने आने के बाद महज कुछ लोगों के बयान देने के कारण सामाजिक कल्याण मंत्री मंजू वर्मा या किसी अन्य मंत्री के इस्तीफे की जरूरत नहीं है। जदयू से जुडीं वर्मा के इस्तीफे के लिए पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं की मांग के बारे में पत्रकारों के सवाल पर मोदी ने यह जवाब दिया।
भाजपा के वरिष्ठ नेता का बयान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लोकसंवाद कार्यक्रम के बाद आया है। कार्यक्रम के इतर उन्होंने कहा कि वर्मा के संलिप्त पाये जाने या बालिका गृह यौन उत्पीडन मामले में उनके खिलाफ कुछ भी मिलने पर उन्हें पद से हटने को कहा जा सकता है। मुजफ्फरपुर में बालिका गृह में लडकियों के यौन उत्पीडन के मामले में पति का नाम सामने आने के बाद से वर्मा विवादों में घिरी हैं। मोदी ने शहरी विकास मंत्री और मुजफ्फरपुर के विधायक सुरेश शर्मा का संदर्भ देते हुए कहा कि आरोप लगाना अलग चीज है, दोष जांच से साबित होता है।
हमारी पार्टी से भी कुछ लोगों ने एक मंत्री के खिलाफ आरोप लगाये हैं। मोदी ने कहा कि भाजपा के किसी नेता के बयान को पार्टी की आधिकारिक लाइन बताकर यह नहीं कहा जा सकता कि ऐसी मांग की गई है। प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय ने ऐसी कोई मांग नहीं की है। इसलिए कुछ नेताओं की निजी राय को पार्टी की राय समझना गलत होगा।
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