Mukhtar Ansari: अस्पताल से वापस बांदा जेल पहुंचा मुख्तार अंसारी, जज से कहा था- "हुजूर जेल में 'स्लो प्वाइजन' दिया जा रहा है"

By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: March 27, 2024 10:56 AM2024-03-27T10:56:57+5:302024-03-27T10:59:31+5:30

बादां जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा बाहुबली मुख्तार अंसारी मेडिकल कॉलेज के आईसीयू से विदा होकर अब वापस बांदा जेल की बैरक में दाखिल हो गया।

Mukhtar Ansari bid farewell to the hospital, returned to the barrack of Banda jail, told the judge - "Sir, 'slow poison' is being given in the jail" | Mukhtar Ansari: अस्पताल से वापस बांदा जेल पहुंचा मुख्तार अंसारी, जज से कहा था- "हुजूर जेल में 'स्लो प्वाइजन' दिया जा रहा है"

फाइल फोटो

Highlightsमुख्तार अंसारी मेडिकल कॉलेज के आईसीयू से विदा होकर वापस बांदा जेल पहुंचामुख्तार को बीते मंगलवार को जेल के शौचालय के पास बेहोश हो जाने पर भर्ती कराया गया थामुख्तार ने कोर्ट में आरोप लगाया है कि बांदा जेल कर्मचारी उसे 'धीमा जहर' दे रहे हैं

लखनऊ: बादां जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा बाहुबली मुख्तार अंसारी मेडिकल कॉलेज के आईसीयू से विदा होकर अब वापस बांदा जेल की बैरक में दाखिल हो गया। मुख्तार को बीते मंगलवार को जेल के शौचालय के पास बेहोश हो जाने पर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था।

बेहोश होने से पहले मुख्तार ने पेट में दर्द और कब्ज की शिकायत थी। इलाज के बाद डॉक्टरों ने मुख्तार को देर शाम में छुट्टी दे दी। वहीं अंसारी के वकील रणधीर सिंह सुमन ने पिछले हफ्ते बाराबंकी अदालत में एक याचिका दायर कर आरोप लगाया था कि बांदा जेल कर्मचारी उन्हें 'धीमा जहर' दे रहे थे और उनकी गहन चिकित्सा जांच की मांग की थी।

मुख्तार की तबिय़त खराब होने के बाद उसके बेटे उमर अंसारी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया था कि उसके पिता को बांदा मेडिकल कॉलेज के आईसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया है। उमर ने पोस्ट में कहा, "मेरे पिता मुख्तार अंसारी को बांदा मेडिकल कॉलेज के आईसीयू में भर्ती कराया गया था। उनकी हालत बहुत गंभीर है। कृपया उनके लिए प्रार्थना करें।"

सूत्रों के मुताबिक मुख्तार अंसारी पिछले तीन दिनों से यूरिनरी इन्फेक्शन से प्रभावित है। इस संबंध में सूत्रों ने बताया, "सोमवार और मंगलवार की रात लगभग 1 बजे मुख्तार अंसारी को जेल से जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां प्रारंभिक जांच के बाद डॉक्टरों ने उसे आईसीयू में भर्ती कर दिया था।"

उसके बाद बांदा जिला प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर अस्पताल के बाहर भारी सुरक्षा तैनात कर दी थी। इस वाकये से 5 दिन पहले गुरुवार को बाराबंकी की एमपी/एमएलए कोर्ट में गुरुवार को फर्जी एम्बुलेंस मामले में सुनवाई हुई थी। केस में मुख्तार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश होना था लेकिन वो पेश नहीं हुआ। उसकी जगह डिप्टी जेलर महेंद्र सिंह कोर्ट में पेश हुए थे और उन्होंने कोर्ट को बताया था कि मुख्तार बीमार है। जिसके चलते वह पेश नहीं हुआ। इसके बाद कोर्ट ने 29 मार्च की तारीख लगा दी थी।

वहीं मुख्तार की ओर से कोर्ट में पेश हुए वकील रणधीर सिंह सुमन ने कोर्ट में मुख्तार की ओर से एक एप्लिकेशन दी थी। जिस एप्लिकेशन में मुख्तार की तरफ से कहा था कि बीते 19 मार्च की रात को उसे खाने में कथिततौर पर जहरीला पदार्थ था। जिसके कारण उसकी तबीयत खराब हो गई थी।

मुख्तार ने कहा था, "मेरे हाथ-पैर और शरीर की नसों में दर्द हो रहा है। हाथ-पांव ठंडे हो रहे हैं। ऐसा लग रहा है कि मेरा दम निकल जाएगा। 40 दिन पहले भी मेरे खाने में धीमा जहर दिया गया था। जो स्टाफ खाना बनाने के बाद चख कर मुझे देता है, वह भी बीमार पड़ गया और उसका भी इलाज कराया गया। इसलिए इलाज के लिए व्यवस्था करवाई जाए। साथ ही मेडिकल बोर्ड बनाकर मामले की जांच करवाई जाए।"

मालूम हो कि मुख्तार को बीते 17 महीने में 8 बार अलग-अलग मामलो में कोर्ट से सजा हुई है। मुख्तार 25 अक्टूबर, 2005 से जेल में बंद है। उसके खिलाफ यूपी, दिल्ली, पंजाब में 65 मुकदमे दर्ज हैं। उसे 2 मामलों में उम्रकैद की सजा हुई है।

मुख्तार अंसारी मऊ निर्वाचन क्षेत्र से पांच बार विधायक रहा है। मुख्तार समय-समय पर सपा और बसपा दोनों दलों में रहा है। उसने आखिरी बार 2017 में विधानसभा चुनाव लड़ा था।

Web Title: Mukhtar Ansari bid farewell to the hospital, returned to the barrack of Banda jail, told the judge - "Sir, 'slow poison' is being given in the jail"

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