नाबालिग से रेप केस: आसाराम ने उम्रकैद को हाईकोर्ट में दी चुनौती, क्या जज सुनेंगे 'पुकार'?
By कोमल बड़ोदेकर | Published: July 3, 2018 05:54 AM2018-07-03T05:54:54+5:302018-07-03T05:54:54+5:30
नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद आसाराम की ओर से सोमवार को राजस्थान हाई कोर्ट में सजा के खिलाफ अपील पेश की गई है। उम्रकैद की सजा काट रहे आसाराम के वकील निशांत बोड़ा ने अपील पेश की।
जोधपुर , तीन जुलाई। नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद आसाराम की ओर से सोमवार को राजस्थान हाई कोर्ट में सजा के खिलाफ अपील पेश की गई है। उम्रकैद की सजा काट रहे आसाराम के वकील निशांत बोड़ा ने अपील पेश की। आसाराम के सहयोगी और सह अभियुक्त शिल्पी और शरदचंद्र की अपील पर सोमवार को सुनवाई हुई।
जस्टिस पीके लोहरा की कोर्ट में दोनों अपील सूचीबद्ध थीं। हांलाकि जस्टिस लोहरा ने दोनों अपीलों को सुनवाई के लिए स्वीकार कर लिया है और ट्रायल कोर्ट से रिकॉर्ड तलब किया है। अब रिकॉर्ड आने के बाद ही आगे की सुनवाई होगी।
स्वयंभू आसाराम ने सोमवार को बलात्कार के में दोषसिद्धि के खिलाफ राजस्थान उच्च न्यायालय में अपील दायर की थी। जोधपुर की एक अदालत ने 25 अप्रैल को आसाराम को पांच साल पहले अपने आश्रम में एक किशोरी के बलात्कार का दोषी पाते हुये उम्रकैद की सजा सुनाई थी।
गौरतलब है कि 25 अप्रैल 2018 को जोधपुर जिला एससी-एसटी कोर्ट के जज मधुसूदन शर्मा ने यौन उत्पीड़न के आरोप में आसाराम को आजीवन कारावास के आदेश दिए थे। सजा के खिलाफ आसाराम की ओर से राजस्थान हाई कोर्ट में अपील पेश की गई है। वकील निशांत बोड़ा ने सोमवार दोपहर में 47 पृष्ठ की विस्तृत अपील पेश की है।