Amravati: बुजुर्ग महिला पर काला जादू का शक, भीड़ ने की पिटाई; पेशाब पीने के लिए किया मजबूर
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: January 18, 2025 14:01 IST2025-01-18T13:59:44+5:302025-01-18T14:01:29+5:30
Maharashtra: गांव वालों ने उसे पेशाब पीने और कुत्ते का मल खाने के लिए मजबूर किया और उसके बाद उसके गले में जूते की माला पहनाकर उसे घुमाया।

Amravati: बुजुर्ग महिला पर काला जादू का शक, भीड़ ने की पिटाई; पेशाब पीने के लिए किया मजबूर
Maharashtra: महाराष्ट्र में अमरावती जिले के एक गांव में काला जादू करने के संदेह में 77 वर्षीय एक वृद्ध महिला की कथित तौर पर पिटाई की गई, उसे जबरन पेशाब पीने के लिए मजबूर किया गया तथा लोहे की छड़ से दाग दिया गया। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि 30 दिसंबर को यह घटना होने के बाद इस महीने के शुरू में पुलिस में शिकायत दर्ज करायी गयी तथा बुजुर्ग महिला के बेटे और बहू ने कार्रवाई की मांग करते हुए वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क किया।
उन्होंने बताया कि यह बुजुर्ग महिला चिखलदारा तालुका के रेत्याखेड़ा गांव की रहने वाली हैं। अधिकारी ने बताया कि जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक को भेजे पत्र में शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया कि 30 दिसंबर को जब महिला घर पर अकेली थीं तब उनके पड़ोसियों ने यह आरोप लगाते हुए उन्हें पकड़ लिया कि वह काला जादू करती हैं। उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि ग्रामीणों ने कथित रूप से महिला को लाठी से पीटा तथा उन्हें थप्पड़-घूसे मारे एवं उनके हाथ-पैर पर लोह की छड़ से दाग भी दिया।
#Amravati: In a horrific incident, a 77-year-old tribal woman was tied up with rope and thrashed by neighbours, who accused her of being involved in witchcraft. They branded her with hot iron rods, blackened her face and forced her to drink human and dog urine. witchcraft pic.twitter.com/puQCDPU0gD
— Lokmat Times Nagpur (@LokmatTimes_ngp) January 17, 2025
शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया है कि महिला को पेशाब पीने एवं कुत्ते का मल खाने के लिए मजबूर किया गया। उसके बाद गले में जूते-चप्पल की माला डालकर उन्हें घूमाया गया। काम के सिलसिले में अन्यत्र गये महिला के बेटे और बहु को पांच जनवरी को इस घटना की जानकारी मिली और उन्होंने फिर पुलिस में शिकायत दर्ज करायी। अमरावती के पुलिस अधीक्षक विशाल आनंद ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि यह घटना गंभीर है और उन्होंने शुक्रवार को शिकायतकर्ताओं से बात की।
उन्होंने कहा कि रेत्याखेड़ा गांव जंगल के अंदरूनी क्षेत्र में है और घटना की पुष्टि के लिए एक पुलिस अधिकारी को भेजा गया है तथा तदनुसार कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस बात की भी पुष्टि की जायेगी कि जिस थाने में शिकायत दर्ज करायी गयी, क्या उस थाने ने इस घटना को छिपाने का प्रयत्न किया और यदि ऐसी कोई चूक/खामी मिली तो कार्रवाई की जायेगी।