महंत नरेंद्र गिरि की मौतः दरवाजा तोड़कर अंदर घुसे तो महाराज जी पंखे से लटके मिले, चाकू मंगाया और रस्सी काटकर उतारा, सर्वेश द्विवेदी ने कहा
By सतीश कुमार सिंह | Published: September 23, 2021 08:18 PM2021-09-23T20:18:00+5:302021-09-23T20:19:11+5:30
महंत नरेंद्र गिरि की मौतः सर्वेश द्विवेदी उर्फ बबलू ने कहा, ‘‘हम लोगों ने फोन किया तो उनका फोन बंद था जिसके बाद दरवाजा तोड़ा गया।’’
प्रयागराजः अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की कथित आत्महत्या की घटना के बाद घटनास्थल पर पहुंचने वाले प्रमुख लोगों में से एक सर्वेश द्विवेदी उर्फ बबलू ने दावा किया है कि उनका (महंत) फोन बंद आ रहा था और दरवाजा खटखटाने के बाद जब अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली तो शिष्यों ने किवाड़ तोड़ी जहां वह पंखे से लटके मिले।
बबलू ने कहा, ‘‘जब हम दरवाजा तोड़कर अंदर घुसे तो महाराज जी पंखे से लटके मिले। हमने आनन-फानन में चाकू मंगाया और रस्सी को काटकर उन्हें नीचे उतारा। हमें लग रहा था कि महाराज जी जिंदा होंगे लेकिन जब कोई हलचल नहीं हुई तो हमने पुलिस को फोन किया और 15 से 20 मिनट में पुलिस वहां आ गई जिसने फिर आगे की कार्रवाई।’’
उन्होंने बताया कि गिरि उस कमरे में स्थायी तौर पर नहीं रहते थे और जब वहां आते थे तो वहां बैठते थे एवं विश्राम करते थे तथा उस दिन भी यही हुआ। बबलू ने कहा, ‘‘हम लोगों ने फोन किया तो उनका फोन बंद था जिसके बाद दरवाजा तोड़ा गया।’’
महंत नरेंद्र गिरि की मृत्यु के मामले में तीसरा आरोपी भी गिरफ्तार
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की कथित आत्महत्या मामले में तीसरे आरोपी संदीप तिवारी को पुलिस ने बुधवार की शाम गिरफ्तार कर लिया। जार्ज टाउन थाने के प्रभारी निरीक्षक महेश सिंह ने संदीप तिवारी को बुधवार की शाम गिरफ्तार किए जाने की पुष्टि की। हालांकि उन्होंने गिरफ्तारी का समय और स्थान बताने से इनकार किया।
उल्लेखनीय है कि महंत नरेंद्र गिरि के मामले में दो अन्य आरोपियों आनंद गिरि और आद्या प्रसाद तिवारी को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया और बुधवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने इन दोनों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
घटनास्थल से बरामद कथित सुसाइड नोट में महंत नरेंद्र गिरि ने लिखा था, ‘‘मैं बहुत दुखी होकर आत्महत्या कर रहा हूं। मेरी मौत की जिम्मेदारी आनंद गिरि, आद्या प्रसाद तिवारी और उसके बेटे संदीप तिवारी की होगी।’’ आनंद गिरि, महंत नरेंद्र गिरि के शिष्य हैं, जबकि आद्या प्रसाद तिवारी बड़े हनुमान मंदिर के पुजारी हैं।