केरल नन रेप केस: पोप को पीड़िता ने पत्र लिख कर बताई आपबीती, कैसे बनाया गया दो सालों तक हवस का शिकार

By पल्लवी कुमारी | Published: September 13, 2018 03:48 PM2018-09-13T15:48:10+5:302018-09-13T15:48:10+5:30

आरोपी बिशप फ्रैंको मुलक्कल बलात्कार के आरोपों को मंगलवार को ‘‘निराधार और मनगढ़ंत’’ बताते हुए कहा कि वह जांच को तैयार हैं।

Kerala rape case: victim nun writes letter to vatican | केरल नन रेप केस: पोप को पीड़िता ने पत्र लिख कर बताई आपबीती, कैसे बनाया गया दो सालों तक हवस का शिकार

केरल नन रेप केस: पोप को पीड़िता ने पत्र लिख कर बताई आपबीती, कैसे बनाया गया दो सालों तक हवस का शिकार

तिरुवनंतपुरम, 13 सितंबर:  केरल की नन से रेप के मामले तूल पकड़ता जा रहा है। पीड़िता ने अब न्याय की गुहार के लिए भारत में वेटिकन के प्रतिनिधियों को 7 पन्ने का पत्र लिखा है। ये पत्र आठ सितंबर को लिखा गया था। पीड़िता नन ने सात पेज के पत्र में आरोपी बिशप फ्रैंको मुलक्कल के खिलाफ सारी सच्चाई खोलकर रख दी है। नन ने पत्र में बताया है कि किस तरह 2014 से 2016 तक उसका आरोपी बिशप ने शारीरिक उत्पीड़न किया। जालंधर की चर्च के बिशप फ्रैंको पर नन के साथ रेप करने का आरोप है। जिसको लेकर पूरे देश में विरोध प्रदर्शन जारी है। पूरे देश में आरोपी के गिरफ्तारी की मांग चल रही है। 

पत्र में बताई आपबीती

पत्र में पीड़िता ने बताया कि बिशप दूसरी नन के साथ भी ऐसे ही व्यवहार करता था। वेटिकन को लिखे पत्र में नन ने उनके साथ किए गए हैवानियत की पूरी कहानी बताई है। पीड़िता ने बताया कि कैसे आरोपी ने उन्हें और उनके समर्थकों को चुप कराने की कोशिशें की गईं। खबरों के मुताबिक ये बात पहले भी सामने आ चुकी थी कि किस तरह बिशप पर नन और उनके समर्थकों को पैसे और संपत्ति देकर पूरे केस को दबाने की कोशिश की गई थी।  वेटिकन सिटी के पोप दुनियाभर में सबसे बड़े ईसाई धर्मगुरू हैं। यह पत्र मंगलवार को मीडिया को उपलब्ध हुआ था। 

पीड़िता नन ने वेटिकन को ये पत्र तीसरी बार लिखा है। इससे पहले वह 2018 के 25 जनवरी और 25 जून को भी पत्र लिख चुकी हैं। लेकिन पिछले दो खतों का वेटिकन ने कोई जवाब नहीं दिया था तो फिर निराश होकर नन से तीसरी बार पत्र लिखा। पत्र में यह भी बताया गया कि किस तरह वह सबके पास मदद मांगने के लिए गई थी लेकिन सबने मदद से साफ इनकार कर दिया था। 

नन ने वेटिकन को लिखे एक पत्र में यह भी कहा था कि क्या चर्च उन्हें वह सब वापस कर सकता है, जो उन्होंने खोया है। उन्होंने आरोप लगाया कि बिशप फ्रैंको मुलक्कल अपने खिलाफ मामले को दबाने के लिए राजनीतिक पहुंच और धन का इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने फ्रैंको को हटाने की मांग करते हुए कहा था कि चर्च सच्चाई के प्रति आंखें क्यों मूंदे हुए है, जबकि उन्होंने अपनी पीड़ा सार्वजनिक करने का साहस दिखाया है।

पोप फ्रांसिस ने सभी बिशप को तलब किया

माना जा रहा है कि पोप फ्रांसिस ने दुनियाभर के सभी बिशप्स के अध्यक्षों को अगले साल फरवरी में होने वाले सम्मेलन में नन पीड़िता के पत्र के बाद ही तलब किया है। इस सम्मेलन में पादरियों के यौन दुर्व्यवहार और बच्चों की सुरक्षा पर चर्चा होगी। पोप के इस कदम को लेकर कहा जा रहा है कि उन्हें यह महसूस हुआ है कि यह अनैतिक आचरण वैश्विक स्तर पर हो रहा है और अगर इस पर कार्रवाई नहीं की गई तो यह उनकी विरासत को कमतर करेगा। 

फ्रांसिस के प्रमुख कार्डिनल सलाहकारों ने बुधवार को इस फैसले की घोषणा की। इसके एक दिन बाद पोप फ्रांसिस अमेरिकी कैथलिक चर्च के नेताओं से मुलाकात करेंगे। अमेरिका के कैथोलिक चर्च के नेताओं की छवि को दशकों से चर्च में चल रहे यौन अपराध के आरोपों और उसे ढंकने की कोशिश के हालिया प्रकरण से धक्का लगा है।

केरल पुलिस ने  बिशप को 19 सितंबर को पेश होने कहा

केरल पुलिस ने एक नन से बलात्कार के आरोपी एवं जालंधर क्षेत्र के बिशप फ्रैंको मुल्लकल को 19 सितंबर को जांच टीम के समक्ष पेश होने को कहा है। पुलिस महानिरीक्षक विजय साखरे ने बुधवार को यह जानकारी दी। मुल्लकल के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने के लिए पुलिस पर बढ़ रहे दबाव के बीच एर्नाकुलम क्षेत्र के आईजी साखरे की अध्यक्षता में हुई एक बैठक के बाद बिशप को तलब करने का फैसला लिया गया। बैठक में कोट्टायम जिला पुलिस अधीक्षक हरिशंकर और वायकोम पुलिस उपाधीक्षक के. सुभाष भी शामिल हुए।

पादरी ने नन के आरोपों को किया खारिज

मुलक्कल ने नन द्वारा लगाए गये बलात्कार के आरोपों को मंगलवार को ‘‘निराधार और मनगढ़ंत’’ बताते हुए कहा कि वह जांच को तैयार हैं। उन्होंने यहां टीवी चैनलों से कहा, ‘‘मैं अगर दोषी पाया गया, जो कि मैं नहीं हूं, तो मुझे दंडित किया जा सकता है...यदि मुझे बुलाया जाता है तो मैं पुलिस के समक्ष पेश हो जाऊंगा। मैं कानून का पालन करने वाला नागरिक हूं।’’ 

केरल के पादरी ने कहा कि हर किसी के पास कानून का सहारा लेने का अधिकार है। पादरी के खिलाफ वर्ष 2014 से 2016 के बीच कई बार बलात्कार करने के आरोप लगाये गये है। बिशप ने अपने खिलाफ लगे आरोपों को ‘‘गंभीर’’ करार देते हुए कहा कि केवल तीन लोग सच जानते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘शिकायतकर्ता की बहन, मैं और ईश्वर (सच जानते है)।’’ बिशप ने नन पर उन्हें ‘‘ब्लैकमेल’’ करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने उनके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर भी निशाना साधा।

( समाचार एजेंसी भाषा इनपुट के साथ)

Web Title: Kerala rape case: victim nun writes letter to vatican

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