कलबुर्गी स्थानीय अदालतः ‘बेहतर दलील’ पेश करने बदले 50,000 रुपये दो, एसपीपी के रूप में कार्यरत राजमहेंद्र जी अरेस्ट
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: December 31, 2025 10:46 IST2025-12-31T10:45:50+5:302025-12-31T10:46:46+5:30
Kalaburagi local court: शिकायत में आरोप लगाया गया कि विशेष लोक अभियोजक (एसपीपी) के रूप में नियुक्त अधिवक्ता ने रिश्वत की मांग की थी।

सांकेतिक फोटो
Kalaburagi: स्थानीय अदालत में लंबित अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति अत्याचार मामले में ‘बेहतर दलील’ पेश करने के बदले रिश्वत लेने के आरोपी विशेष लोक अभियोजक को लोकायुक्त अधिकारियों ने गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। तेलंगाना के विकाराबाद जिले के कंदनुली गांव निवासी नवीन ने इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई थी जिसके आधार पर यह मामला दर्ज किया गया था। शिकायत में आरोप लगाया गया कि विशेष लोक अभियोजक (एसपीपी) के रूप में नियुक्त अधिवक्ता ने रिश्वत की मांग की थी।
अधिकारियों के अनुसार द्वितीय अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश (एडीजे) न्यायालय, कलबुर्गी में एसपीपी के रूप में कार्यरत राजमहेंद्र जी. ने अत्याचार के एक मामले में ‘‘बेहतर दलील ’’ पेश करने बदले 50,000 रुपये की रिश्वत की मांग की थी। लोकायुक्त अधिकारियों ने बताया कि आरोपी ने पहले ही शिकायतकर्ता से 20,000 रुपये ले लिए थे और शेष राशि की मांग कर रहा था।
शिकायत पर कार्रवाई करते हुए लोकायुक्त की टीम ने मंगलवार सुबह जाल बिछाया और इस दौरान आरोपी ने कथित तौर पर 25,000 रुपये नकद लिए। आरोपी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया और उसके पास से 25,000 रुपये नकद बरामद किए गए। अधिकारियों ने बताया कि मामले की जांच जारी है।