Jharkhand News: रांची के जेल में कैद दो पूर्व मंत्रियों के बीच आई मारपीट की नौबत, जेल प्रशासन ने बीच बचाव कर टाली अनहोनी
By एस पी सिन्हा | Published: April 10, 2020 04:16 PM2020-04-10T16:16:32+5:302020-04-10T16:16:32+5:30
पूर्व मंत्री एनोस एक्का हाल में ही आय से अधिक संपत्ति के मामले में सात साल की सजा मिली है. इसके अलावा पारा शिक्षक हत्याकांड में वे उम्रकैद की सजा काट रहे हैं.
रांची:झारखंड की राजधानी रांची स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा (जेल) में दो पूर्व मंत्रियों के आपस में भिड जाने की खबर है. इस दौरान दोनों मंत्रियों के बीच काफी देर तक गाली-गलौज हुई और मारपीट तक की की स्थिती बनी रही. कहा जा रहा है कि जेल में कैद पूर्व मंत्री एनोस एक्का और पूर्व मंत्री योगेन्द्र साव आपस में भिड गये.
जानकारी के मुताबिक दो हजार रुपये को लेकर दोनों पूर्व मंत्रियों में पहले बकझक हुई, फिर मारपीट तक की स्थिति पैदा हो गई. मौके पर मौजूद अन्य कैदियों ने बीच- बचाव कर मामले को शांत कराया. इस दौरान दोनों ने एक-दूसरे पर सियासी आरोप भी लगाये. एक-दूसरे को अपशब्द भी कहा और धमकी भी दी.
प्राप्त जानकारी के अनुसार दोनों पक्षों ने इस सिलसिले में जेल प्रशासन से अलग-अलग शिकायत की है. जेल प्रशासन ने घटना की जानकारी वरीय पुलिस अधिकारियों को भी दी है. खेलगांव थाने में पूर्व मंत्रियों की शिकायत पर केस दर्ज कर ली गई है. कहा जा रहा है कि पूर्व मंत्री एनोस एक्का ने योगेन्द्र साव पर जाति सूचक शब्द का इस्तेमाल करने, गाली-गलौज और धमकी देने का भी आरोप लगाया है.
पुलिस एनोस एक्का की शिकायत पर योगेन्द्र साव के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है. वहीं दूसरी ओर योगेन्द्र साव ने एनोस एक्का पर रंगदारी मांगने, धमकी देने के साथ-साथ गाली-गलौज करने का भी आरोप लगाया है. हालांकि इस संबंध में न तो जेल प्रशासन और ना ही पुलिस अपना मुंह नहीं खोलना चाह रही है. वैसे दोनों पूर्व मंत्रियों ने जेल प्रशासन के माध्यम से रांची के खेलगांव थाने में प्राथमिकी के लिए आवेदन भेजा है.
सूत्रों के अनुसार दोनों मंत्रियों के विवाद में जेल प्रशासन को हस्तक्षेप करना पड़ा. इसके बाद मामला नियंत्रित है. अब खेलगांव थाने की पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है.
यहां उल्लेखनीय है कि पूर्व मंत्री एनोस एक्का हाल में ही आय से अधिक संपत्ति के मामले में सात साल की सजा मिली है. इसके अलावा पारा शिक्षक हत्याकांड में वे उम्रकैद की सजा काट रहे हैं. वहीं पूर्व मंत्री योगेन्द्र साव जमीन अधिग्रहण के विरोध के मामले में जेल में बंद हैं. यहां यह भी बता दें कि इसी होटवार जेल में पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोडा ने अक्तूबर 2011 में मारपीट की थी. झगडे में उनका हाथ टूट गया है. उस मामले में भी सदर थाने में मधु कोडा के साथ-साथ एनोस एक्का पर केस दर्ज हुआ था.