झारखंड के जमशेदपुर के बीजेपी के बारीडीह मंडल के आईटी सह-संयोजक कुमार विश्वजीत के बेटे 26 साल के कुमार आशीष ने शुक्रवार( 17 अगस्त) को खुदकुशी कर ली थी। शनिवार को बेटे का पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार करने पर पिता ने कहा कि उनका बेटा अपनी नौकरी को लेकर काफी परेशान था। उसे इस बात का डर था कि उसके कलिग की तरह कहीं उसे भी कंपनी से न हटा दिया जाए। 26 साल के कुमार आशीष 'टाटा मोटर्स' के लिए जॉबवर्क करने वाली कंपनी 'आटोमैटिक एक्सेल' में काम करते थे। 'टाटा मोटर्स' में हो रही छटनी की वजह से उन्हें इस बात का डर था कि उनकी नौकरी भी ना चली जाये। ऑटो सेक्टर में इन दिनों मंदी का दौर चल रहा है। जिसकी वजह से 'टाटा मोटर्स' में कई लोगों की छटनी की गई है।
बीजेपी नेता कुमार विश्वजीत ने जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल पर लगाये ये आरोप
बीजेपी नेता कुमार विश्वजीत ने मीडिया से बात करते हुये बताया है कि उनके बेटे के शव को पोस्टमार्टम हाउस तक ले जाने के लिए अस्पताल की ओर से स्ट्रेचर तक नहीं दिया गया था। जिसके बाद पिता को बेटे के शव को चादर में लेपटकर ले जाना पड़ा।
आत्महत्या से एक घंटे पहले पत्नी से गया था मिलने
बीबीसी हिंदी ने अपनी स्टोरी में दावा किया है कि कुमार आशीष आत्महत्या से एक घंटे पहले अपनी पत्नी से मिलने उनके कॉलेज गये थे। इसके बाद वो अपने दोस्तों के साथ घूमते रहे। दोस्तों और पत्नी से मिलने के बाद घर आकर कुमार आशीष ने पंखे से लटकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या के बाद अभी तक कोई सुसाइड नोट नहीं मला है। पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है। पुलिस इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या आत्महत्या की वजह नौकरी खोने का डर ही था।
बीबीसी से बात करते हुये जमशेदपुर के एसपी सुभाष चंद्र जाट ने बताया कि खुदकुशी की मूल वजह का पता लगाने में कुछ वक्त लगेगा। हालांकि शुरुआती जांच में जॉब इनसिक्योरिटी की ही बात सामने आ रही है।
एक साल पहले ही हुआ था प्रेम-विवाह
कुमार आशीष की पत्नी ज्योति इस घटना के बाद सदमे में हैं। कुमार आशीष और ज्योति की एक साल पहले जून 2018 में शादी लव मैरिज हुई थी। ज्योति जमशेदपुर के गोलमुरी अब्दुल बारी कॉलेज में काम करती हैं। घटना वाले दिन पति ने ही ज्योति को कॉलेज छोड़ा था। फिर दोपहर तीन बजे उनसे मिलने भी गये थे। ज्योति को इस बात का कोई अंदाजा नहीं लगा कि उनके पति से ये उनकी आखिरी मुलाकात थी।