"परिवार के साथ दे दूंगी जान, बचा लीजिए", सूदखोर के चंगुल में फंसी महिला ने बेगूसराय डीएम से लगाई गुहार
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: November 18, 2022 05:09 PM2022-11-18T17:09:07+5:302022-11-18T17:19:17+5:30
बिहार के बेगुसराय में एक महिला ने जिला प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर उसके सील बैंक खाते को नहीं खोला गया तो वो परिवार के साथ जान देने के लिए मजबूर हो जाएगी। महिला ने आरोप लगाया है कि उसे कर्ज चुकाने के लिए महाजन प्रताड़ित कर रहा है।
बेगूसराय: डीएम बेगूसराय के जन सुनवाई में उस समय हंगामें की स्थिति पैदा हो गई, जब एक महिल ने डीएम से गुहार लगाई की अगर उन्होंने उनके परिवार को सूदखोर महाजन की प्रताड़ना से नहीं बचाया गया तो वह परिवार सहित आत्महत्या कर लेंगी। जानकारी के मुताबिक महिला का आरोप है कि महिला बैंक की लापरवाही के कारण महाजन के जाल में फंस गई और उनसे सूद पर कर्ज लिया लेकिन वही सूद का कर्ज अब महिला के लिए आत्महत्या का सबब बन सकता है।
इस संबंध में महिला ने डीएम बेगूसराय को जो शिकायती पत्र दिया है, उसमें उसने आरोप लगाया है कि सूदखोर महाजन उसे पैसा वापसी के लिए इस कदर प्रताड़ित कर रहा है कि वो सपरिवार आत्महत्या करना चाहती है। डीएम दफ्तर में दिये आवेदन से पूरा महकमा हिला हुआ है।
मामले की जांच करने वाले अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार को डीएम की जन-सुनवाई कार्यक्रम में पहुंची महिला ने फ़रियाद कि है कि वो महाजन के तगादे से बेहद परेशान हैं, साहूकार के पैसा देने के लिए उसके पास पैसे का जुगाड़ नहीं हो पा रहा है। ऐसे में यदि यदि सरकार की ओर से कोई मदद नहीं की जाती है तो वह पूरे परिवार के साथ आत्महत्या करने पर मजबूर हो जाएगी।
जानकारी के अनुसार, बेगूसराय के खोदावंदपुर थाना क्षेत्र के दौलतपुर की रहने वाली शोभा देवी ने बताया कि साल 2020 में उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्का मकान बनवाने के लिए धनराशि दी गई। यह राशि बैंक ऑफ बड़ौदा के बाड़ा ब्रांच में शोभा देवी के खाते में जमा हुई। शोभा ने उस पैसे के भरोसे मकान बनवाना शुरू किया और खाता से प्रधानमंत्री आवास योजना की दो किश्तें भी निकाली।
लेकिन उसके बाद जब वो तीसरी किश्त निकालने के लिए बैंक पहुंची तो उन्हें बैंक की ओर से बताया गया कि आपका खाता भोपाल साइबर सेल द्वारा लॉक कर दिया गया है। बकौल शोभा देवी वो कई बार अपने खाते में जमा पैसे निकालने के लिए बैंक गईं लेकिन बैंक की ओर से उनके खाते को अनलॉक नहीं किया गया। इस बीच आवास सहायक ने घर निर्माण पूरा नहीं होने पर कार्रवाई की चेतावनी दी। जिसके कारण मैंने महाजन से कर्ज लेकर घर का निर्माण पूरा करा लिया।
मकान बने दो साल बीत गये हैं, शोभा देवी बीडीओ, एसडीओ, डीएम और बैंक सहित सभी जगहों पर चक्कर लगा रही हैं लेकिन कहीं से उनकी समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। शोभा का आरोप है कि महाजन लगातार सूद के पैसा का तगादा कर रहा है, जिसके कारण वो, उनके बच्चे और पूरा परिवार अवसाद में चल रहे हैं। अगर जिला प्रशासन उनकी सहायता नहीं करता है तो वह परिवार सहित आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो जाएंगी।
शोभा ने बेगूसराय प्रशासन से मांग की है कि उनका सील किया गया खाता जल्द से जल्द खोला जाए ताकि वो पैसा निकालकर महाजन का कर्जा उतार सकें। शोभा ने जिला प्रशासन को इसके लिए 15 दिसम्बर तक मोहलत भी दी है।