हैदराबाद रेप-हत्याकांड: वारदात से दो दिन पहले आरोपी को बगैर लाइसेंस दबोचा गया था, अधिकारियों को चकमा देकर हो गया था फरार
By रोहित कुमार पोरवाल | Published: December 3, 2019 09:42 AM2019-12-03T09:42:41+5:302019-12-03T09:42:41+5:30
पुलिस के मुताबिक, राइकल टोल प्लाज के पास आरोपी ने लोहे और स्टील का कुछ सामान 4000 रुपये में कबाड़ी को बेचा, उन्हीं रुपयों का इस्तेमाल शराब खरीदने के लिए किया गया था।
हैदराबादरेप-हत्याकांड को लेकर एक और बड़ा खुलासा हुआ है। हैदराबाद की रोड ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (आरटीए) ने चार आरोपियों में से एक ट्रक ड्राइवर मोहम्मद आरिफ को वारदात के दो दिन पहले पकड़ा था लेकिन वह अधिकारियों को चकमा देकर फरार हो गया था।
पुलिस ने सोमवार (2 दिसंबर) को मीडिया को बताया, ''आरटीए अधिकारियों ने आरोपी को महबूब नगर के पास पकड़ा था, जोकि कर्नाटक के गंगावटी से हैदराबाद जा रहा था। आरोपी ने 24 नवंबर को अपनी यात्रा शुरू की थी और उसे 25 नवंबर को तड़के पकड़ा गया था। अधिकारियों को पता चला कि आरिफ ने अपना ड्राइविंग लाइसेंस 2017 से रीन्यू नहीं कराया था। हालांकि, बावजूद इसके गाड़ी को कभी जब्त नहीं किया गया था। जांच अधिकारियों ने बताया कि आरोपी ने वाहन मालिक श्रीनिवास रेड्डी के निर्देशों को मानते हुए मोटर केबल निकाल दी थी ताकि ट्रक स्टार्ट न हो सके। ट्रक को चालू होता न देख अधिकारी कुछ दूरी पर खड़े होकर अपनी कार्रवाई करने लगे।
टीओआई की खबर के मुताबिक, सहायक मोटर वाहन निरीक्षक चिरंजीवी ने बताया, ''जब हम लौटे, आरोपी ट्रक लेकर फरार हो चुका था।''
पुलिस के मुताबिक, राइकल टोल प्लाज के पास आरोपी ने लोहे और स्टील का कुछ सामान 4000 रुपये में कबाड़ी को बेचा, उन्हीं रुपयों का इस्तेमाल शराब खरीदने के लिए किया गया था।
26 नवंबर की शाम आरोपी हैदराबाद के बाहरी इलाके में पड़ने वाले टोंडापल्ली गांव पहुंचा था, यहीं पर चारों आरोपी मिले थे। जिनमें मोहम्मद आरिफ के अलावा तीन और आरोपी जोलू शिवा, जोलू नवीन और चिंताकुंटा चेन्नाकेशावुलु शामिल थे।
27 नवंबर की सुबह पुलिस ने वाहन हटाने के लिए कहा। आरोपी गाड़ी को आउट रिंग रोड पर उसी जगह ले गए जहां शाम के वक्त जघन्य अपराध को अंजाम दिया था।
बता दें कि बीते बुधवार को हैदराबाद में पेशे से पशु चिकित्सक युवती के साथ गैंगरेप किया गया था। आरोपियों ने युवती को जलाकर मार दिया था। गुरुवार को पीड़िता की जली हुई लाश मिली थी। सोशल मीडिया में मामले के आने के बाद देशभर में उबाल देखा गया जिसे देख पुलिस एक्शन में और चार आरोपियों को धर दबोचा। दिल दहलाने और शर्मसार कर देने वाली इस घटना ने सड़क से लेकर संसद तक लोगों को दुखी किया है।
आम आदमी से लेकर सांसद कर आरोपियों को मौत की सजा देने की मांग कर रहे हैं।