धर्मांतरण को आरोप में गाजियाबाद पुलिस ने केरल के पादरी दंपति को किया गिरफ्तार
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: March 1, 2023 10:24 AM2023-03-01T10:24:34+5:302023-03-01T10:30:50+5:30
यूपी की गाजियाबाद पुलिस ने धर्मांतरण के आरोप में केरल के रहने वाले एक ईसाई पादरी दंपति को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने यह एक्शन गाजियाबाद शहर के बजरंग दल के प्रमुख प्रवीण नागर द्वारा इंदिरापुरम थाने में दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर उठाया गया है।
गाजियाबाद: धर्मांतरण के आरोप की शिकायत मिलने के बाद एक्शन में आई गाजियाबाद पुलिस ने केरल के पादरी दंपति को गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार पुलिस ने यह कार्रवाई बजरंग दल के एक स्थानीय पदाधिकारी द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर लिया गया, जिसमें बताया गया है कि आरोपी कथिततौर पर लोगों को ईसाई बनाने का प्रयास कर रहे थे।
इस संबंध में पुलिस से मिली सूचना के अनुसार गिरफ्तार हुए 55 साल के संतोष जॉन और उनकी 50 साल की पत्नी जीजी इंदिरापुरम के कनवानी इलाके में कथिततौर पर धर्मांतरण के कार्यों में लिप्त थे, जिन्हें पुलिस ने सोमवार की देर शाम हिरासत में लिया।
समाचार पत्र टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार पुलिस की ओर से यह कदम गाजियाबाद शहर के बजरंग दल के प्रमुख प्रवीण नागर द्वारा इंदिरापुरम थाने में दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर उठाया गया है। उनका आरोप है कि केरल के रहने वाले आरोपी किराये का हॉल लेकर रोजाना पूजा-पाठ करते थे और लोगों को ईसाई धर्म के प्रभाव के बारे में बताते हुए उन्हें धर्मांतरण के लिए प्रेरित कर रहे थे।
लेकिन आरोपी संतोष जॉन और उनकी पत्नी जीजी की गिरफ्तारी के बाद पड़ोस में रहने वाले लोगों को यकिन नहीं हो रहा है कि संतोष और उनकी पत्नी धर्मांतरण जैसे कार्यों में शामिल हो सकते हैं।
वहीं प्रवीण नागर का कहना है कि उन्होंने सच्चाई जानने के लिए आरोपी दंपति से खुद संपर्क किया। तब उन्होंने मुझसे और मेरे दोस्त से कहा कि ईसा मसीह की प्रार्थना करने से हमारी सारी समस्याएं खत्म हो जाएंगी।
इसके साथ ही प्रवीण ने यह ही कहा, "संतोष जॉन ने कहा कि अगर वो ईसाई धर्म अपना लेते हैं तो उन्हें घर के लिए 2-2 लाख रुपये और 25 वर्गमीटर का प्लॉट देंगे साथ ही बच्चों के स्वास्थ्य और शिक्षा का भी वादा किया। इस तरह वे गरीबों का धर्मांतरण करा रहे थे।"
प्रवीण नागर की लिखित शिकायत पर इंदिरापुरम पुलिस ने संतोश जॉन और उनकी पत्नी के खिलाफ गैरकानूनी धर्म परिवर्तन अधिनियम, 2021 के तहत मामला दर्ज किया और उन्हें गिरफ्तार किया।
गिरफ्तारी के बाद डीसीपी दीक्षा शर्मा ने कहा कि आरोपियों के घर से कुछ संदिग्ध दस्तावेज और फोन जब्त किए गये हैं। पुलिस की ओर से जारी बयान में कहा गया है, "संतोष जॉन साल 1996 से गाजियाबाद में रह रहा था और ईसाई धर्म का प्रचार कर रहा था। वो यूनाइटेड क्रिश्चियन प्रेयर फॉर इंडिया नामक एक मिशनरी संगठन से जुड़ा है। यह संगठन अपने मेंबर को कम से कम 20 लोगों को ईसाई बनाने का लक्ष्य देता है।