दिल्ली में पूर्व केंद्रीय मंत्री की पत्नी की घर में घुसकर हत्या, धोबी पर आरोप, दो साथियों के साथ वारदात को दिया अंजाम
By वैशाली कुमारी | Published: July 7, 2021 11:34 AM2021-07-07T11:34:29+5:302021-07-07T11:34:29+5:30
पूर्व केंद्रीय मंत्री पी रंगराजन कुमारमंगलम की पत्नी का उन्ही के घर पर मर्डर हो गया है। आरोप है कि उनकी हत्या उनके धोबी ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर की।
नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री पी रंगराजन कुमारमंगलम की पत्नी और पेशे से वकील किट्टी कुमारमंगलम की उन्हीं के घर में कथित तौर पर हत्या कर दी गई है। किट्टी कुमारमंगलम की उम्र 68 साल थी और वे दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के वसंत विहार में रहती थीं।
आरोप है कि उनकी हत्या उन्हीं के धोबी ने अपने दो सहयोगियों के साथ मिलकर कर दी। इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी राजू लखन (24) को गिरफ्तार कर लिया है। उसके दो अन्य साथियों की तलाश जारी है।
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार डीसीपी इंगित प्रताप सिंह ने बताया कि पुलिस को घटना के बारे में जानकारी किट्टी कुमारमंगलम के घर पर काम करने वाली एक महिला से मिली।
उन्होंने कहा, 'हमें रात करीब 11 बजे घटना के बारे में उनके घर पर काम करने वाली महिला मंजू की ओर से फोन आया। उसने बताया कि रात करीब 9 बजे राजू आया जिसके लिए उसने दरवाजा भी खोला। राजू ने लेकिन अंदर आते ही उसे पकड़ लिया और जबरन दूसरे कमरे में लेकर चला गया।'
राजू के बाद उसके दो साथी भी हुए घर में दाखिल
मंजू के अनुसार राजू के बाद उसके दो साथी भी जबरन घर में दाखिल हुए और किट्टी कुमारमंगलम को कब्जे में ले लिया। मंजू ने बताया कि आरोपी किट्टी को दूसरे कमरे में ले गए और जब उन्होंने शोर मचाना चाहा तो उनकी गला दबाकर हत्या कर दी।
मंजू के अनुसार आरोपी कुछ पैसे और गहने भी उठा ले गए हैं। मंजू ने बताया कि उसने किसी तरह अपने बंधे हाथ खोले और पड़ोसियों को मदद के लिए पुकारा। इसके बाद पुलिस को घटना की जानकारी दी गई।
पुलिस इसके बाद घटनास्थल पर पहुंची और आननफानन में मंजू को अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस के अनुसार पीड़िता के घर पर सभी सामान बिखरे पड़े थे और बेंगलुरु में रह रहे उनके बेटे को भी सूचना दी गई है।
बता दें कि तमिलनाडु के सलेम से कांग्रेस सांसद रहे कुमारमंगलम जुलाई 1991 में लॉ, जस्टिस एंड कंपनी मामलों के राज्यमंत्री बनाए गए थे। बाद में वे भाजपा में शामिल हो गए थे और पार्टी के तमिलनाडु के पहले सांसदों में से एक थे। वे अटल बिहारी वाजपेयी के दूसरे और तीसरे कैबिनेट में भी मंत्री रहे थे।